
कटिहार, 20 मई (Udaipur Kiran) । सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार ने मंगलवार को मंत्री ने किया जिला केन्द्रीय सहकारी अधिकोष का निरीक्षण किया।
उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे सहकारी बैंक में खाता खुलवाएं और केसीसी लोन आदि का लाभ उठाएं। इस दौरान प्रेम कुमार ने सहकार भवन परिसर में पौधा रोपण किया और 5000 मेटन क्षमता के 06 गोदाम का शिलान्यास किया। उन्होंने पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि जिले के अन्य पैक्सव व्यापार मंडल में आवश्यक भंडारण क्षमता उपलब्ध नहीं होने पर प्रस्ताव उपलब्ध कराएं।
सहकारिता मंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए सहकारी समितियों को समृद्ध किया जाना आवश्यक है। इसके लिए कई केन्द्रीय और राज्य योजनाएं संचालित हैं, जिसका लाभ सहकारी समितियों को दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बिहार राज्य फसल सहायता योजना के तहत किसानों को आर्थिक सहायता दी जाती है, जो पूरी तरह निःशुल्क है। उन्होंने ने बताया कि इस योजना के तहत वास्तविक उपज में 20 प्रतिशत तक क्षति होने की स्थिति में प्रति हेक्टेयर 7500 की दर से 2 हेक्टेयर तक 15000 रुपये और 20 प्रतिशत से अधिक क्षति होने की स्थिति में प्रति हेक्टेयर 10,000 की दर से 2 हेक्टेयर तक अधिकतम 20,000 रुपये की सहायता राशि का भुगतान किया जाता है। खरीफ 2024 में जिले के 2694 किसानों के आवेदन का सत्यापन कार्य कराया जा रहा है।
प्रेम कुमार ने बताया कि जिले में प्राथमिक सब्जी उत्पादक सहकारी समिति का गठन किया गया है और किसानों से क्रय किए गए सब्जी के विपणन हेतु संघ के गठन की कार्रवाई की जा रही है। इसके अलावा, जिले में तीन किसान उत्पादक संगठन का गठन किया गया है और पैक्सों को बहुउद्देश्यीय बनाने के लिए पैक्स कम्प्यूटीकरण योजना के तहत जिले के 149 पैक्सों को कंप्यूटर उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने कहा कि पैक्सों में कॉमन सर्विस सेन्टर, जनऔषधि केन्द्र, पेट्रोल व डीजल आउटलेट की स्थापना कर पैक्सों को एक बहुआयामी स्वरूप दिया जाएगा। आधारभूत संरचना के संदर्भ में उन्होंने बताया कि पैक्सों/व्यापार मंडल में न केवल 200/500/1000 मे. टन क्षमता वाले भंडार गृह का निर्माण किया जा रहा है, बल्कि विश्व की सबसे बड़ी अन्न भंडारण योजना के तहत पैक्सों में 5000/10000 मे. टन क्षमता वाले भंडार गृह की निर्माण योजना भी शामिल है।
सहकारिता मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री हरित कृषि संयंत्र योजना के तहत जिले के 58 पैक्सों को ट्रेक्टर ट्रॉली सहित कृषि कार्य के लिए अन्य उन्नत उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। ऐसे पैक्स कृषि बैंक के रूप में कार्य करेंगे और इससे समिति की आय में वृद्धि होगी और उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी।
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(Udaipur Kiran) / विनोद सिंह
