हरिद्वार, 11 नवंबर (Udaipur Kiran) । दीपोत्सव कार्यक्रम में गैर-हिंदू विधायकों को निमंत्रण देने पर हरकी पैड़ी के नियमों को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ है। गंगा सभा ने प्रशासन से नियमों का पालन करने का आश्वासन मांगा है।
जिला प्रशासन ने आज सायं हरकी पैड़ी पर राज्य स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में हजारों दिये प्रज्ज्वलित करने का कार्यक्रम रखा है। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए हरिद्वार जिले के सभी 11 विधायकों को भी निमंत्रित किया गया है। इन 11 विधायकों में से तीन विधायक गैर हिंदू समाज से आते हैं। जबकि हरकी पैड़ी के लिए 1935 में बने म्युनिसिपल बाईलाज के अनुसार हिंदू तीर्थ हरकी पैड़ी परिक्षेत्र में गैर हिंदुओं का प्रवेश निषिद्ध किया गया है। निमंत्रण पत्र जारी होते ही हरकी पैड़ी की प्रबंधकारिणी गंगा सभा में इसको लेकर माहौल गर्म हो गया, जिसके बाद उच्चाधिकारियों को हरकी पैड़ी के लिए बने नियमों की जानकारी दी गई। इसके बाद प्रशासन ने गंगा सभा को हरकी पैड़ी के लिए बने सभी नियमों का सम्मान करने का भरोसा दिलाया।
गंगा सभा अध्यक्ष नितिन गौतम ने बताया कि हरकी पैड़ी की शुचिता पवित्रता के लिए वर्षों से नियमन तय हैं, जिसका पालन गंगा सभा करती और कराती रही है। हमनें अपनी चिंताओं से प्रशासन को अवगत करा दिया है। प्रशासन की ओर से हमें नियमों के पूर्णतया पालन का आश्वासन दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि 2015 में तत्कालीन उत्तराखंड राज्यपाल अजीज कुरैशी ने हरकी पैड़ी पर गंगा आरती में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की थी। तब भी गंगा सभा का यही नियम आड़े आ गया था, जिसके बाद कुरैशी आरती में शामिल नहीं हो सके, हालांकि उनके लिए मालवीय द्वीप पर कुर्सी लगवाई गई, जहां से फिर उन्होंने आरती दर्शन किए।
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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला