जम्मू, 16 सितंबर (Udaipur Kiran) । एक महत्वपूर्ण आउटरीच प्रयास में भारतीय सेना ने गुज्जरों और बक्करवालों, जो अपने प्रवासी प्रथाओं के लिए जाने जाते हैं, के लिए सामुदायिक बातचीत कार्यक्रम आयोजित किया। केसरी हिल में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य इन जनजातियों के साथ मजबूत संबंध बनाए रखना और उनके ज्वलंत मुद्दों को संबोधित करना था।
गुज्जर और बक्करवाल, जो अपने पशुओं के लिए चरागाह की तलाश में घाटी के ऊंचे इलाकों में जाते हैं, अपने समुदायों के सामने आने वाली कठिनाइयों और चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए इस कार्यक्रम में एकत्र हुए। इस बातचीत का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण, बच्चों के लिए शिक्षा के महत्व और रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के लिए कौशल विकास के लाभों जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत को बढ़ावा देना था।
कार्यक्रम के दौरान भारतीय सेना ने इन विषयों पर मूल्यवान मार्गदर्शन प्रदान किया जिसमें इस बात पर जोर दिया गया कि कैसे शिक्षा और कौशल विकास युवा पीढ़ी के लिए नए दरवाजे खोल सकते हैं और समग्र सामुदायिक कल्याण में सुधार कर सकते हैं। सेना ने उपस्थित लोगों को अपने निरंतर समर्थन का आश्वासन दिया, तथा क्षेत्र में शांति और सद्भाव बनाए रखने में इन समुदायों की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया। केसरी हिल के दूरदराज के गांवों से कुल 45 व्यक्तियों ने इस आकर्षक सत्र में भाग लिया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा