कानपुर, 03 दिसंबर (Udaipur Kiran) । काकादेव निवासी बुजुर्ग को प्रपौत्र का गूगल से संपर्क कर पैनकार्ड बनवाना भारी पड़ गया। पीड़ित ने गूगल से पैनकार्ड बनवाने के लिए कस्टमर नंबर सर्च किया तो साइबर फ्रॉड के चंगुल में फंस गए। साइबर ठगों ने पीड़ित से पैनकार्ड के नाम नियम कानून बताकर खातों की जानकारी लेकर लाखों रुपयों की ठगी कर ली। पीड़ित साइबर ठगों के खिलाफ थाने में तहरीर दी है।
काकादेव के सर्वोदय नगर निवासी सुरेश चंन्द्र शर्मा ने बताया कि उन्होंने अमेरिका निवासी प्रपौत्र कनिष्क पांडेय का पैनकार्ड बनवाने के लिए गूगल से संपर्क किया था। इस दौरान कस्टमर केयर के नंबर से अविनाश अवस्थी व राजीव रंजन की उनके पास कॉल आई। साइबर ठगों ने पैनकार्ड बनवाने के लिए उन्हें गारंटर बनने की कहा। इसके आधार पर ठगों ने उनसे आधार कार्ड, पैनकार्ड व बैंक डिटेल के बारे में जानकारियां हासिल कीं। बीते 10 नवंबर को दोनों जालसाजों ने उनके दो बैकों के खातों से 7.77 लाख रुपये पार कर दिये। मोबाइल में रुपये निकलने का मैसेज आने पर उन्हें ठगी की जानकारी हुई। पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस कमिश्नर, काकादेव पुलिस व नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिग पोर्टल पर की है। एसीपी क्राइम मुसीन खान ने मंगलवार को बताया कि पीड़ित से मिली तहरीर के आधार पर आईटी एक्ट की धारा में रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है।
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(Udaipur Kiran) / अजय सिंह