पटना, 23 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने सोमवार को वैशाली में निर्माणाधीन बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय सह स्मृति स्तूप के कार्यों का स्थल निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सचिव ने स्तूप परिसर में चल रहे कार्यों की विस्तृत समीक्षा की और इसको लेकर आवश्यक निर्देश दिया। सचिव ने परिसर भ्रमण के दौरान बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय सह स्मृति स्तूप परिसर में कई स्थलों पर छोटे-छोटे कार्य कराने का निर्देश दिया, जिससे परिसर और सुंदर एवं मनमोहक लग सके।
बुद्ध स्तूप का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। स्तूप में लगाये जाने वाले अंतिम 08 (की-स्टोन) पत्थरों में से 02 पत्थर लगाये जा चुके हैं। शेष बचे हुए की-स्टोन लगाने का कार्य अगले दो-तीन दिनों में पूर्ण हो जायेगा। उन्होंने एजेंसी को यथाशीघ्र साफ-सफाई एवं फिनिशिंग का कार्य शुरू कराने का निदेश दिया। एजेंसी के द्वारा सचिव को बताया गया कि कार्य के साथ-साथ फिनिशिंग का कार्य भी चल रहा है । अगले वर्ष जनवरी 2025 तक कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा । भगवान बुद्ध की प्रतिमा एवं स्मृति अवशेषों को रखने के लिए आवश्यक संरचना का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। इसके पश्चात सचिव महोदय के द्वारा पूरे परिसर का भ्रमण किया गया । उन्होंने परिसर की सुंदरता बढ़ाने के लिए तालाब के किनारे अन्य जल संरचना में कुछ आवश्यक निर्माण कराने का निदेश दिया। साथ ही परिसर को मड स्तूप से भी जोड़ने का निदेश दिया गया। उन्होंने बताया कि बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय सह स्मृति स्तूप का पूर्ण होने के बाद वैशाली में पर्यटन का नया केन्द्र विकसित होगा ।
बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय सह स्मृति स्तूप लगभग 72.94 एकड़ में फैला है । परिसर में स्तूप, संग्रहालय ब्लॉक, आगंतुक केंद्र भवन, पुस्तकालय भवन एवं ध्यान केंद्र भवन, अतिथि गृह तथा एम्पी थियेटर एवं सर्विस एरिया का निर्माण कराया जाना है जिनमें से संग्रहालय एवं ओरिएंटेशन गैलरी, आगंतुक केंद्र, पुस्तकालय भवन एवं ध्यान केंद्र तथा अतिथि गृह का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है।
भगवान बुद्ध के स्मृति अवशेषों को रखने के लिए बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप बन रहा है। परिसर के लगभग 4309 वर्गमीटर में स्तूप का निर्माण किया जा रहा है। इसका निर्माण राजस्थान से लाये गये गुलाबी बलुआ पत्थर से किया जा रहा है। स्तूप के भूतल पर 2000 श्रद्धालुओं के बैठकर ध्यान करने के लिए एक विशाल हॉल का निर्माण किया गया है।
————-
(Udaipur Kiran) / गोविंद चौधरी