

जम्मू, 25 जनवरी (Udaipur Kiran) । भारतीय संविधान के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में अपने राष्ट्रव्यापी समारोह के हिस्से के रूप में भाजपा की जम्मू और कश्मीर इकाई ने एक विशाल संविधान गौरव पद यात्रा (पैदल मार्च) का आयोजन किया। मार्च बहू प्लाजा से शुरू हुआ और डॉ. अंबेडकर चौक पर समाप्त हुआ जहां पार्टी कार्यकर्ताओं ने डॉ. बी.आर. अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
भाजपा अध्यक्ष सत शर्मा के नेतृत्व में इस कार्यक्रम में समर्थकों और नेताओं की एक बड़ी भीड़ उमड़ी जिन्होंने भारतीय संविधान के प्रमुख निर्माता डॉ. अंबेडकर के जीवन और योगदान को याद किया। कार्यक्रम के दौरान नेताओं ने संविधान की प्रस्तावना और निर्देशक सिद्धांतों को भी पढ़ा और इसके मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।इस अवसर पर बोलते हुए सत शर्मा ने संविधान के प्रारूपण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए अपने समय के सबसे बड़े नेताओं में से एक के रूप में डॉ. अंबेडकर की विरासत पर प्रकाश डाला। उन्होंने अंबेडकर के योगदान का सम्मान करने में विफल रहने के लिए कांग्रेस की आलोचना की और कहा कि 1990 में भाजपा समर्थित प्रयासों के तहत ही डॉ. अंबेडकर को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। उन्होंने अंबेडकर की विरासत को संरक्षित करने और सम्मानित करने के लिए 2014 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल की भी सराहना की।इस मौके पर भाजपा महासचिव अशोक कौल ने डॉ. अंबेडकर के जीवन को प्रेरणादायी बताया और उनके दृढ़ता और कड़ी मेहनत के संदेश पर जोर दिया। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से जनता से जुड़ने और उन्हें अंबेडकर और राष्ट्र के लिए उनके योगदान को सम्मानित करने के भाजपा के प्रयासों के बारे में शिक्षित करने का आग्रह किया। इसी बीच कविंद्र गुप्ता, युद्धवीर सेठी, विक्रम रंधावा, प्रिया सेठी और अन्य सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने भी सभा को संबोधित किया। उन्होंने डॉ. अंबेडकर के जीवन के बारे में बात की और भारत के लिए उनके दृष्टिकोण को पहचानने के महत्व पर जोर दिया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
