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भारत-चाड विदेश कार्यालय परामर्श के पहले दौर में द्विपक्षीय रिश्तों को गहरा करने पर बनी सहमति

एन’जामेना में 13 फरवरी, 2025 को भारत-चाड विदेश कार्यालय परामर्श (FOC) का पहला दौर आयोजित किया गया। विदेश मंत्रालय के एएस (सीडब्ल्यूए) राजदूत सेवाला नाइक ने विदेश मामलों के लिए मंत्री प्रतिनिधि फातिमा गरफा के साथ एफओसी की सह-अध्यक्षता की

नई दिल्ली, 15 फरवरी (Udaipur Kiran) । भारत-चाड विदेश कार्यालय परामर्श (एफओसी) का पहला दौर 13 फरवरी 2025 को चाड गणराज्य के एन’दजामेना में आयोजित किया गया, जिसकी सह-अध्यक्षता सेवाला नाइक मुडे, अतिरिक्त सचिव (मध्य और पश्चिम अफ्रीका), विदेश मंत्रालय, भारत सरकार और फातिम अल्दजिनेह गरफा, विदेश मामलों के लिए मंत्री प्रतिनिधि, चाड गणराज्य ने की।

भारत के विदेश मंत्रालय ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि एफओसी के दौरान दोनों पक्षों ने व्यापार, निवेश, स्वास्थ्य और फार्मास्यूटिकल्स, शिक्षा, क्षमता निर्माण, रक्षा, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना (डीपीआई), कृषि, लोगों से लोगों के बीच संपर्क और सांस्कृतिक आदान-प्रदान सहित द्विपक्षीय सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों को शामिल करते हुए भारत-चाड संबंधों के संपूर्ण दायरे की व्यापक समीक्षा की। दोनों पक्षों ने बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग बढ़ाने के लिए प्रमुख क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने पर सहमति व्यक्त की।

दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व के प्रमुख मुद्दों पर गहन चर्चा की और विचारों का आदान-प्रदान किया। विदेश मामलों के लिए मंत्री प्रतिनिधि फातिम अल्दजिनेह गरफा ने अफ्रीकी संघ को जी-20 का स्थायी सदस्य बनाने में भारत के प्रयासों की गहरी सराहना की और माना कि अफ्रीकी संघ के लिए जी-20 की सदस्यता मंच पर वैश्विक दक्षिण की स्थिति को मजबूत करेगी।

यात्रा के दौरान मुडे ने चाड के प्रधानमंत्री और सरकार के प्रमुख राजदूत अल्लाह मे हलीना, सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्री डॉ अब्देलमदजीद अब्देलकेरिम, दूरसंचार, डिजिटल अर्थव्यवस्था और डिजिटलीकरण मंत्री बौकर मिशेल, कृषि उत्पादन और औद्योगिकीकरण मंत्री केधा बल्ला, वाणिज्य और उद्योग मंत्री गुइबोलो फंगा मैथ्यू और खान, पेट्रोलियम और भूविज्ञान मंत्री एनडोलेनोजी एलिक्स नैम्बई से भी मुलाकात की।

भारत और चाड के बीच आपसी सम्मान और साझा मूल्यों पर आधारित मधुर और सौहार्द्रपूर्ण संबंध हैं। पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के बीच विभिन्न स्तरों पर नियमित बातचीत होती रही है। दोनों पक्षों ने कृषि, फार्माकोपिया सहित फार्मास्यूटिकल्स, तेल, नवीकरणीय ऊर्जा और रक्षा सहित सहयोग के नए क्षेत्रों की पहचान की है। 2018-19 में द्विपक्षीय व्यापार 513.59 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया था, लेकिन भारत द्वारा कच्चे तेल के आयात में गिरावट के कारण यह घटकर 83.48 मिलियन अमेरिकी डॉलर रह गया है। चाड में लगभग 45 भारतीय कंपनियां हैं, जो ज्यादातर तेल परियोजनाओं, अंतरराष्ट्रीय संगठनों में काम कर रही हैं और कई चाड में व्यापार में लगी हुई हैं। भारती एयरटेल, जो देश में सबसे बड़ी मोबाइल नेटवर्क प्रदाता है, उसने अब तक 1.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का निवेश किया है।

चाड भारत द्वारा आयोजित वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट्स (वीओजीएसएस) के सभी तीन संस्करणों और समय-समय पर आयोजित अन्य बहुपक्षीय शिखर सम्मेलनों में मंत्री स्तर पर सक्रिय भागीदार रहा है। चाड अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन का सदस्य है।

एफओसी सौहार्द्रपूर्ण और मैत्रीपूर्ण माहौल में आयोजित किया गया। दोनों पक्षों ने पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तिथि पर नई दिल्ली में विदेश कार्यालय परामर्श के अगले दौर का आयोजन करने पर सहमति व्यक्त की।

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(Udaipur Kiran) / दधिबल यादव

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