
रांची, 20 मई (Udaipur Kiran) । झारखंड सरकार की ओर से बुलाई गई टाईबल एडवाइजरी काउंसिल (टीएसी) की बैठक का भाजपा की ओर से बहिष्कार करना यह बताता है कि संविधान परंपरा और आदिवासी अस्मिता का अपमान करना भाजपा की पुरानी आदत है।
प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने मंगलवार को प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो भाजपा पत्थलगड़ी आंदोलन के दौरान निर्दोष आदिवासियों पर देशद्रोह का मुकदमा करती है। वही भाजपा सरकार पर आदिवासी हितों की उपेक्षा का आरोप लगाकर टीएसी का बैठक का बहिष्कार कर रही है।
उन्होंने कहा कि अपने शासनकाल में लैंडबैंक के नाम पर आदिवासियों की जमीन कॉरपोरेट कंपनियों के हवाले करने की साजिश रचनेवाली भाजपा ने सीएनटी और एसपीटी एक्ट में भी संशोधन करने का प्रस्ताव लायी थी। सिन्हा ने कहा कि टीएसी की बैठक में भाग न लेकर भाजपा झारखंड के आदिवासी समुदाय को एक बार फिर गुमराह करना चाहती है। भाजपा को अब यह बताना होगा कि वे आदिवासी हितों के साथ है कि नहीं। भाजपा आदिवासी की समस्याओं की चर्चा से क्यों डर रही है।
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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak
