रायपुर, 24 जुलाई (Udaipur Kiran) । छत्तीसगढ़ में बुधवार को बारिश के बीच विधानसभा का घेराव करने निकले कांग्रेसी पुलिस की प्रभावशाली चुस्त व्यवस्था के कारण अपने मकसद में कामयाब नहीं हो सके। वे विधानसभा तक नहीं पहुंच सके। पुलिस ने 5 लेयर में बैरिकेटिंग की थी।कांग्रेस कार्यकर्ता पहली बेरिकेटिंग ही पार कर सके। इस प्रदर्शन में प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, चरणदास महंत सहित पार्टी के कई बड़े नेता शामिल हुये।कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए विधानसभा जाने वाले मार्ग को पूरी तरह बंद कर दिया गया था ।
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस पार्टी जनता के लिए जीती है, मरती है। जब प्रदेश की सरकार नींद में है, तो उसे जगाने के लिए, उसकी नींद तोड़ने के लिए ऐसा करना पड़ा।ये सरकार घमंड में है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमें करती है। अपनी नाकामी छिपाने के लिए, आम जन को परेशान करती है। बलौदाबाजार के लोगों से पूछो, हिंसा फैलाने कौन लोग आए थे। सूचना तंत्र सो रहा था। ये सरकार रायपुर से नहीं दिल्ली से चलती है। हम हिंसा में विश्वास नहीं करते, जो हिंसा करे उसकी निंदा करती है। लेकिन हम लोगों, किसानों की आवाज उठाते आए हैं।
विधानसभा घेराव को देखते हुए पुलिस ने आने-जाने वाले रास्ते पर 5 लेयर की बैरिकेडिंग की थी। प्रदेश भर से आये कांग्रेसी कानून व्यवस्था, बलौदाबाजार हिंसा समेत कई मुद्दों को लेकर विधानसभा का घेराव करने निकले । पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए लगातार वॉटर कैनन का प्रयोग किया । इसके चलते कई कार्यकर्ताओं को चोटें भी आई हैं। वहीं रायपुर के महापौर ढेबर भी प्रदर्शन में घायल हो गये है।
इस दौरान पुलिस ने विधानसभा मार्ग को छावनी में तब्दील कर दिया था। आने-जाने वाले रास्ते पर पुलिस ने 5 लेयर की बैरिकेडिंग की थी । विपक्ष में आने के बाद कांग्रेस पार्टी का यह सबसे बड़ा प्रदर्शन रहा । मंडी गेट, अवंती चौक से लेकर विधानसभा के रास्ते तक पड़ने वाले स्कूलों में छुट्टी कर दी गई थी । इससे लगभग 15 हजार बच्चे आज स्कूल नहीं जा पाए।
(Udaipur Kiran) / केशव केदारनाथ शर्मा / चन्द्र नारायण शुक्ल