
भाजपा सरकार पर भी साधा निशाना, बोले महापुरूषों के नाम पर जयंती मनाना सराहनीय कार्य
रोहतक, 29 मई (Udaipur Kiran) । पूर्व गृहमंत्री सुभाष बतरा ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने वर्ष 2011-12 में गांव पहरावर की जमीन गौड संस्थान को दे दी थी, लेकिन अब भाजपा के अलग अलग नेता जमीन दिलाने का श्रेय लेने में लगे हुए है। साथ ही उन्होंने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री एवं केन्द्रीय मंत्री मनोहर लाल ने पहरावर की जमीन संस्थान के देने के मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया था, जिस पर नवीन जयहिंद ने कड़ा संज्ञान लेते हुए सरकार पर दबाब बनाया और आखिर में सरकार को झुकते हुए यह जमीन गौड संस्थान को देनी पड़ी।
पूर्व गृहमंत्री मंत्री सुभाष बतरा गुरुवार को अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। सुभाष बतरा ने कहा कि पहरवार की जमीन गौड संस्थान को देने में असली क्रेडिट कांग्रेस सरकार का रहा है, लेकिन अब इस जमीन को लेकर भाजपा नेताओं में होड लेने का श्रेय मचा हुआ है। उन्होंने कहा कि सबको पता है कि वर्ष 2011-12 में पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर गौड संस्थान को पहरावर की जमीन दे दी थी, लेकिन उसके बाद जमीन के मामले में तकनीकि पेच फस गया था और तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया था, जिसके बाद जयहिंद ने संघर्ष किया और सरकार को यह जमीन गौड़ संस्थान को देनी पड़ी।
साथ ही उन्होंने भाजपा सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि सरकार की कोई उपलब्धि नहीं है। आज हर वर्ग सरकार से परेशान है। सरकार द्वारा महापुरूषों के नाम पर सम्मान समारोह आयोजित करने के सवाल पर पूर्व गृहमंत्री सुभाष बतरा ने कहा कि महापुरूषों के नाम पर समारोह आयोजित करना बड़ी अच्छी बात है, लेकिन जिस प्रकार से सरकारी तंत्र का दुरूपयोग किया जाता है, वह गलत है। इतना ही नहीं सरकार गांव पहरावर में भगवान परशुराम जयंती को सफल बनाने के लिए कर्मचारियों पर अनावश्यक दबाव बना रही है, जोकि सरासर गलत है। इस अवसर पर सूरजमल किलोई भी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / अनिल
