जम्मू, 15 मई( हि.स.)। कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई ने कहा कि उनकी पार्टी भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए सैन्य संघर्ष का राजनीतिकरण नहीं करना चाहती लेकिन पिछले सप्ताह ‘तीसरे देश के हस्तक्षेप पर सैन्य कार्रवाई में अचानक’ रुकावट ने कई सवालों के जवाब नहीं दिए।
जम्मू-कश्मीर कांग्रेस प्रमुख तारिक हमीद कर्रा ने कहा कि पार्टी नेतृत्व और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सीमा की स्थिति को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी 7 मई से 10 मई तक पाकिस्तान की ओर से की गई भीषण गोलाबारी में लोगों को हुए नुकसान पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर रही है।
तीसरे देश द्वारा (10 मई को) अचानक संघर्ष विराम की घोषणा की गई जिसे बाद में भारत और पाकिस्तान द्वारा लागू किया गया जिससे देश के 140 करोड़ लोगों के मन में कई सवाल उठे।
वे जानना चाहते हैं कि क्या भारत ने इस तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप को स्वीकार किया है कर्रा ने जीएमसी अस्पताल का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि जहां वे इलाज करा रहे गोलाबारी पीड़ितों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ले रहे थे।
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी की इस मांग को भी दोहराया कि मुद्दों पर चर्चा के लिए एक सर्वदलीय बैठक और संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए।
राहुल गांधी जम्मू-कश्मीर में सीमावर्ती निवासियों की दुर्दशा को लेकर बहुत चिंतित हैं। कर्रा ने कहा कि हम अगले कुछ दिनों में गोलाबारी से प्रभावित सभी सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा करेंगे और पार्टी हाईकमान को एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपेंगे।
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(Udaipur Kiran) / राधा पंडिता
