
गुवाहाटी, 31 मई (Udaipur Kiran) । सीमावर्ती इलाकों के मूल निवासियों को आत्मरक्षा के लिए जरूरत के अनुसार हथियार लाइसेंस देने और विदेशी न्यायाधिकरण द्वारा विदेशी घोषित किए गए बांग्लादेशियों को निर्वासित करने के सरकार के निर्णय की आलोचना करने वाले कांग्रेस नेताओं गौरव गोगोई और रकीबुल हुसैन पर असम प्रदेश भाजपा ने तीखा प्रहार किया है।
राज्य भाजपा के मुख्य प्रवक्ता मनोज बरुवा ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि असम के मूल निवासियों और भारतीय मूल के लोगों की सुरक्षा को लेकर कांग्रेस हमेशा असंवेदनशील रही है। गौरव गोगोई और रकीबुल हुसैन जैसे नेताओं के हालिया बयान इस बात का पुनः प्रमाण हैं कि कांग्रेस जैसे ही मूल निवासियों की सुरक्षा की बात आती है, घबरा जाती है।
भाजपा ने आरोप लगाया कि जब-जब सरकार खिलंजिया (मूल निवासी) लोगों की सुरक्षा के लिए कदम उठाती है, कांग्रेस उसे अपने तुष्टिकरण की राजनीति पर चोट मानती है। बरुवा ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास ही खिलंजिया विरोधी रहा है। मुस्लिम लीग के नेता सैयद सादुल्लाह की राजनीति को आजादी के बाद कांग्रेस ने ही आगे बढ़ाया। केवल वोट बैंक के लिए कांग्रेस ने वर्षों तक असम के मूल निवासियों के आत्मसम्मान को कुचला है।
बरुवा ने कहा कि भाषा आंदोलन, माध्यम आंदोलन और असम आंदोलन में कांग्रेस सरकार की भूमिका को जनता कभी नहीं भूलेगी। कांग्रेस की यह जाति-विरोधी भूमिका इतिहास के पन्नों पर एक अमिट कलंक है। कहा कि सीमावर्ती इलाकों के मूल निवासियों को हथियार लाइसेंस आत्मसुरक्षा के लिए जरूरी है और इसका महत्व केवल वही लोग समझ सकते हैं जो इस संकट से सीधे प्रभावित हैं। जबकि कांग्रेस नेता केवल वोट बैंक की राजनीति के चलते आंख मूंद लेते हैं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो बांग्लादेशी विदेशी न्यायाधिकरण द्वारा विदेशी घोषित किए गए हैं और जिन्होंने हाईकोर्ट में अपील नहीं की है, उन्हें निष्कासित करना सरकार की संवैधानिक जिम्मेदारी है- यह बात मुख्यमंत्री बार-बार स्पष्ट कर चुके हैं। फिर भी रकीबुल हुसैन जैसे नेता इस मुद्दे को लेकर जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं।
बरुवा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह बांग्लादेशियों के रक्षक की भूमिका में उतर आई है और यह असम की जनता कभी स्वीकार नहीं करेगी। भाजपा ने कहा कि समय आने पर जनता कांग्रेस को उचित जवाब देगी।
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(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
