
भाेपाल, 21 अप्रैल (Udaipur Kiran) । नेशनल हेराल्ड केस में ईडी ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ चार्जशीट पेश की है। गांधी परिवार पर लगे आरोपों को लेकर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व केन्द्रीय मंत्री कुमारी शैलजा ने साेमवार काे भोपाल में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकार वार्ता काे संबाेधित किया। कुमारी शैलजा ने नेशनल हेराल्ड मामले को देश के सामने मौजूद ज्वलंत मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने और देश को गुमराह करने के लिए बीजेपी की साजिश करार दिया। उन्होंने इसे सरासर राजनीतिक प्रतिशोध बताया।
पत्रकार वार्ता काे संबाेधित करते हुए कुमारी शैलजा ने कहा कि मीडिया में भाजपा और सरकार द्वारा भ्रम फैलाया जा रहा है। भाजपा, आरएसएस का मानना है कि एक बात को तब तक बोलते रहो, जब तक लोग सच न मान लें। कितना भी गलत बोलेंगे लोग आखिरकार उसे सच मानने लग जाएंगे। कुछ बातें ऐसी हैं जिनको लेकर ये सालों से लगे हैं फिर भी निचोड़ नहीं निकल रहा। इनका प्रयास लोगों के असली मुद्दे जो आम नागरिक की जिन्दगी को छूते हैं उन सब बातों से ध्यान हटाएं। यह कानूनी छद्मवेश में प्रतिशोध के अलावा कुछ और नहीं है। पहली बार बिना पैसे या एक मिलीमीटर संपत्ति के हस्तांतरण के मनी लॉन्ड्रिंग का मामला बनाया गया है। अपराध की आय कहाँ है?
शैलजा ने कहा- आर्थिक संकट, लोगों के मुद्दों और विदेश नीति से जुड़ी चुनौतियों- अमेरिका, चीन और बांग्लादेश से ध्यान भटकाने के लिए उन्हें जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है। यह कानूनी प्रतिशोध के अलावा कुछ और नहीं है। अगर कोई कंपनी कर्ज से छुटकारा पाना चाहती है तो वह एक नई कंपनी बनाती है और उस कर्ज को नई कंपनी में ट्रांसफर करती है। कंपनी कानून के मुताबिक यह कानूनन सही है। जब पैसा ही नहीं है तो इसमें लॉन्ड्रिंग कहां है? अगर कोई अपराध हुआ है तो वह दो मास्टरमाइंड ने किया है, मोदी जी और अमित शाह, जिन्होंने मनी लॉन्ड्रिंग का झूठा प्रचार करके कानून का दुरुपयोग किया है।
कुमारी शैलजा ने बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि चुनिंदा न्याय कुछ और नहीं, बल्कि राजनीतिक ठगी है। प्रवर्तन निदेशालय को जवाब देना चाहिए कि एजेंसी ने एनडीए के किसी सहयोगी या भाजपा नेता को क्यों नहीं छुआ। सरकार ने ईडी को अपना चुनाव विभाग बना लिया है और बदले की भावना से इसका बार-बार दुरुपयोग कर रही है। ईडी के मामलों में सजा की दर सिर्फ 1% है। इसके अलावा, ईडी ने जो राजनीतिक मामले दर्ज किए हैं, उनमें से 98% सत्ताधारी पार्टी के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ हैं। अदालत में यह मामला पूरी तरह से विफल हो जाएगा। यह बदले की राजनीति, धमकी, उत्पीड़न और भय फैलाने की राजनीति है, जो आपराधिक मानसिकता वाले दो लोगों के इशारे पर की जा रही है। वे हमें कितना भी चुप कराने की कोशिश करें, हम चुप नहीं होंगे। जो दूसरों को डराने की कोशिश करते हैं, वे खुद डरे हुए हैं। मेक इन इंडिया विफल हो गया है, इसलिए अब वे ‘फेक इन इंडिया’ की कोशिश कर रहे हैं। अपनी घोर विफलताओं को छिपाने के लिए ही यह झूठी कहानी फैलाई जा रही है। यह एक राजनीतिक साजिश है और कांग्रेस पार्टी इसका डटकर सामना करेगी।
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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे
