-इस माह के अंत तक हर जिलध्यक्षों की हो जाएगी नियुक्ति, 2027 की तैयारी में जुटी कांग्रेस
लखनऊ, 15 जनवरी (Udaipur Kiran) । कांग्रेस जिला संगठन के पुनर्गठन में फूंक-फूंककर कदम रख रही है। एक-एक जिले के कार्यकर्ताओं के संघर्ष को खंगाला जा रहा है। साथ ही हर जिले में जातिगत समीकरण पर भी विशेष फोकस है। सबसे बड़ी बात है कि इस संगठन के माध्यम से ही कांग्रेस सपा के ‘पीडीए’ पर भारी होने की गुणा-गणित लगा रही है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि पूरे प्रदेश में जिलाध्यक्षों की नियुक्ति प्रक्रिया इस माह के अंत तक पूरी हो जाएगी।
कांग्रेस का जोर विशेष रूप से पिछड़े, दलित और मुस्लिम के गठजोड़ पर है। कांग्रेस पदाधिकारियों का कहना है कि कभी ये सभी हमारे कार्यकर्ता थे। किन्हीं कारणों से हमसे दूर हो गये। अब इन्हें पुन: पार्टी में सक्रिय करने की जरूरत है। इसके लिए जरूरी है कि उनको उनका हक कांग्रेस द्वारा दिये जाने का विश्वास दिलाया जाए। इसके लिए उन्हें जिला से लेकर प्रदेश तक की कमेटी में 70 प्रतिशत तक हिस्सेदारी देने की प्रक्रिया पर काम चल रहा है। यदि सब कुछ योजना के मुताबिक रहा तो नयी कार्यकारिणी में यह देखने को मिलेगा।
संगठन की इस कवायद को कांग्रेस पदाधिकारी सामाजिक समरसता का नाम दे रहे हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का कहना है कि कांग्रेस जाति-धर्म में विश्वास नहीं करती है। हम कार्यकर्ताओं की सक्रियता के आधार पर आंकलन करते हैं। हमारे नेता राहुल गांधी सामाजिक समरसता के आधार पर काम कर रहे हैं। इसको लेकर पार्टी आगे बढ़ रही है। इसमें संख्या के हिसाब से प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जनवरी माह के अंत तक हर जिले के जिलाध्यक्षों की नियुक्ति हो जाएगी। साथ ही फरवरी के प्रथम सप्ताह तक पूरी कमेटी बन जाएगी। हम 2027 के लिए जुटे हुए हैं। हमारा उद्देश्य भाजपा के झूठ को आम जनता के बीच उजागर करना है।
(Udaipur Kiran) / उपेन्द्र नाथ राय