देश के दलितों को गुमराह करने की कोशिश कर रही कांग्रेस
लखनऊ, 20 दिसंबर (Udaipur Kiran) । बाबा साहेब डा. भीमराव आम्बेडकर का जितना अपमान कांग्रेस ने किया उतना किसी ने नहीं किया। यहां तक कि जवाहर लाल नेहरू की दलित विरोधी नीतियों के कारण बाबा साहेब को स्वतन्त्र भारत की पहली सरकार से इस्तीफा तक देना पड़ा। देश का दलित कांग्रेस के इस अपमान को नहीं भूला है, लेकिन कांग्रेस भूलने का नाटक कर रही है। यह बात अखिल भारतीय परिसंघ (महादलित परिसंघ) के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष चन्दन लाल वाल्मीकि ने (Udaipur Kiran) से बातचीत में कही।
चन्दन लाल वाल्मीकि ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के वक्तव्य से पहले कांग्रेस बाबा साहेब का ठोंग रच रहे थे। उसी का गृहमंत्री जबाव दे रहे थे। भारतीय संसद में बाबा साहेब के संविधान की चर्चा के दौरान अमित शाह केंद्रीय गृह मंत्री के वक्तव्य के भाव कांग्रेस और उसके सहयोगी दल के लोगों ने गलत ढंग से समझ कर बात का बतंगड़ बनाया है।
चंदन लाल वाल्मीकि ने कहा कि कांग्रेस ने इस देश में सबसे ज्यादा शासन किया। कांग्रेस चाहती तो बाबा साहेब और दलितों की बदहाली बहुत पहले ही सही कर सकती थी।
वाल्मीकि ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने बाबा साहेब को भारत रत्न से लेकर उनके जीवन से जुड़े पांच स्थलों को पंच तीर्थ स्थलों का सम्मान दिया। भाजपा की दलित प्रेम की नीतियों से प्रभावित होकर भारतीय जनता पार्टी में देश का दलित जुड़ा है। इसीलिए नरेंद्र मोदी भारत में तीसरी बार केंद्र में सरकार बनाने में सफल हुए हैं। दलित विरोधी दल इन्हीं कारणों से बौखलाए हुए हैं। कांग्रेस नेता बाबा साहेब का हितैषी बनने का नाटक कर देश के दलितों को गुमराह करने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं। देश का दलित अमित शाह के साथ खड़ा है।
—————
(Udaipur Kiran) / बृजनंदन