
नई दिल्ली, 27 मार्च (Udaipur Kiran) । कांग्रेस आलाकमान ने आज यहां पार्टी मुख्यालय इंदिरा भवन में 13 राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों के जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों के साथ मैराथन बैठक की। इसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। बैठक में कांग्रेस संगठन को जिला स्तर पर मजबूत बनाने पर गहन चर्चा की गई।
मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने संबोधन में प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस बैठक का महत्व इस बात से स्पष्ट है कि हम एआईसीसी अधिवेशन से ठीक पहले देशभर के सभी जिला अध्यक्षों के साथ यहां मौजूद हैं। पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव परिणामों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि अगर उस समय कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने थोड़ा और मेहनत की होती तो पार्टी को मिली 100 सीटों में 20-30 सीट का और इजाफा हो सकता था। उस स्थिति में देश में वैकल्पिक सरकार बन सकती थी। उन्होंने आह्वान किया कि भाजपा के खिलाफ कांग्रेस की ओर से जारी लड़ाई को वास्तविक धरातल पर ले जाना होगा।
कांग्रेस जिला अध्यक्षों की भूमिका की चर्चा करते हुए खरगे ने कहा कि आप सिर्फ हमारे संदेशवाहक नहीं, बल्कि पार्टी के सेनापति हैं, जो ज़मीन पर आगे बढ़कर नेतृत्व कर रहे हैं। इसलिए राहुल गांधी और मैंने आपसे सीधे संवाद की ज़रूरत को पहचाना। देश के सामने कई समस्याएं हैं। अर्थव्यवस्था खस्ताहाल है। गरीबों, हाशिए पर पड़े समुदायों, महिलाओं और समाज के कमज़ोर वर्गों पर हमले बढ़ रहे हैं। कांग्रेस अपनी बात को साबित करने और सामाजिक न्याय को बहाल करने के लिए जाति जनगणना की मांग कर रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि विदेशी मामलों में अमेरिका जैसे देश न केवल हमारे नागरिकों का अपमान कर रहे हैं बल्कि काउंटर-टैरिफ लगाकर हमें शर्मिंदा भी कर रहे हैं। उन्होंने भाजपा शासित राज्यों में सांप्रदायिक विद्वेष को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि हमारी लड़ाई बहुत बड़ी है। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि चर्चा लोगों के मुद्दों पर केंद्रित रहे। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने हमें दिखाया कि हम अगर लोगों के मुद्दे उठाएंगे, उनकी बात करेंगे तो लोग हमसे जुड़ेंगे। हम पर विश्वास करेंगे।
खरगे ने राज्य स्तर पर चुनाव जीतने के लिए दीर्घकालिक रणनीति के साथ एकजुटता से काम करने पर जोर देते हुए कहा कि हमारी विचारधारा मजबूत है लेकिन राज्यों में संगठन को मजबूत किए बिना सत्ता में वापस आना संभव नहीं होगा। यहां प्रतिनिधित्व करने वाले राज्यों में से हम वर्तमान में दो राज्यों (कर्नाटक, तेलंगाना) में स्वतंत्र रूप से सत्ता में हैं और एक (तमिलनाडु) में गठबंधन में हैं। अगले साल (मार्च-अप्रैल 2026) असम, केरल, पुदुचेरी और तमिलनाडु में चुनाव होंगे। अपने जिले के हर उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करना आपकी जिम्मेदारी है। हम साथ मिलकर काम करेंगे, लेकिन आप जमीन पर हमारी पहली रक्षा पंक्ति हैं। हमारी रणनीति बनाने में आपके इनपुट महत्वपूर्ण होंगे और हम उन्हें ध्यान में रखेंगे। आप लोगों को मतदाता सूची प्रबंधन पर खास देने की आवश्यकता है।
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(Udaipur Kiran) / दधिबल यादव
