शिमला, 18 सितंबर (Udaipur Kiran) । कांग्रेस सरकार ने चुनावी गारंटी में एक गारंटी दी थी कि हर साल एक लाख रोजगार दिए जाएंगे लेकिन दो साल पूरे होने को आए हैं और सरकार ने अभी तक मात्र 885 पदों पर भर्ती की है। यह कहना है शिक्षित बेरोजगार संघ का जिन्होंने बुधवार को शिमला में एक पत्रकार वार्ता के माध्यम से प्रदेश के बेरोजगारों की समस्याओं को मीडिया के माध्यम से सरकार के समक्ष रखा है। इन बेरोजगारों का कहना है कि प्रदेश में आठ लाख से अधिक रजिस्टर्ड शिक्षित बेरोजगार है जो सरकारी नौकरियों के लिए तैयारी कर रहे हैं लेकिन प्रदेश में नौकरियों में भर्ती नहीं हो रही है। इनका कहना है कि सरकार ने दो साल मे 6500 पोस्ट केबिनेट से मंजूर किए है, मगर इन पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू तक नहीं हुई है।
बेरोजगार संघ ने आठ सूत्रीय अपने मांग पत्र को लेकर 20 सितंबर को प्रदेश सचिवालय के बाहर एकत्र होने और मुख्यमंत्री को मांग पत्र सौंपने की तैयारी की है जिससे यह सरकार के समक्ष अपनी बात को पुरजोर रख सके।
शिक्षित बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बालकृष्ण ने बताया है कि मुख्यमंत्री विभिन्न मंचों पर दावा करते हैं कि प्रदेश में अब तक 30 हजार नौकरी दी गई है मगर मुख्यमंत्री यह स्पष्ट करें कि कौन से कमिशन या प्रोसेस से य़ह भर्ती हुई है। बालकृष्ण ने कहा कि सरकारी आंकड़ों के ही अनुसार दो साल मे मात्र 885 पदों के लिय पेपर हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में हिमाचल प्रदेश इलेक्ट्रानिक्स कम्पनी से ऑउटसोर्स पर बैकडोर से भर्ती की जा रही है। जो बेरोजगारों के भविष्य साथ खिलवाड़ है।
उन्होंने बताया कि आठ सूत्रीय मांगपत्र मे उन्होंने बेरोजगारों से जुड़े विषयों को उठाया है जिसे वे 20 सितंबर को राज्य सचिवालय के बाहर एकत्र होकर मुख्यमंत्री को सौंपेंगे। उन्होंने बताया कि इसमें राज्य चयन आयोग को पूरी तरह कार्यान्वित कर भर्तियां शुरू करने, ऑनलाइन परीक्षा के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी के चलते ऑफलाइन परीक्षा करवाने और साल से कैबिनेट में मंजूर सभी 6500 पोस्ट की भर्ती कराने जैसे मुद्दे शामिल किए गए हैं ।
उन्होंने कहा कि सरकारी पदों पर सरकार सेवानिवृत्त कर्मियों को पुनः भर्ती ना करे और ऑउटसोर्स भर्ती भी जल्द बंद की जाय। शिक्षित बेरोजगार संघ ने सभी बेरोजगार संगठनों से अपील की है कि 20 सितंबर को बेरोजगार एकत्र होकर शिमला में मुख्यमंत्री को समस्याओं से अवगत करवाने और मांगपत्र सौंपने के लिए एकत्रित हों।
—————
(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा