
चित्तौड़गढ़, 30 मई (Udaipur Kiran) । प्रदेश में पूर्ववर्ती अशोक गहलोत की सरकार में चित्तौड़गढ़ विधानसभा क्षेत्र के बस्सी में स्वीकृत एवं शिलान्यास हुए 32 करोड़ रुपये लागत वाले उप जिला चिकित्सालय के निर्माण को लेकर राजनीति गरमा गई है। पूर्व राज्यमंत्री सुरेंद्रसिंह जाड़ावत के मुख्य आतिथ्य में बस्सी बस स्टैंड पर धरना देकर प्रदर्शन कर शीघ्र निर्माण की मांग की गई। बाद में पैदल मार्च निकाल कर तहसील पहुंच राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा गया।
जानकारी के अनुसार बस्सी में बस स्टैंड पर हुए धरने की अध्यक्षता चित्तौड़गढ़ विधानसभा प्रभारी नगेंद्रसिंह राठौड़ ने की तथा विशिष्ट अतिथि ब्लॉक अध्यक्ष विक्रम जाट, बस्सी मंडल अध्यक्ष दिनेश सोनी थे। राज्यपाल के नाम सौंपे ज्ञापन में बताया कि प्रदेश में सत्ता परिर्वतन हुए डेढ़ वर्ष हो चुके हैं लेकिन जमीन विवाद का समाधान नहीं होने से उप-जिला चिकित्सालय का निर्माण कार्य अधरझूल में अटका हुआ है। आमजन के लिहाज से अत्यंत चिन्ताजनक बात है। चिकित्सा जैसे विषय पर राजनीति किया जाना कतई उचित नहीं है। यह पूरा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन जाति, पिछडा व विशेष पिछडावर्ग बहुल्य क्षेत्र है व दुर्गम पहाडी क्षेत्र के लोगों के लिए संजीवनी के समान है। लेकिन इस प्रकार की उपेक्षा से पूरे क्षेत्र में निराशा व रोष व्याप्त है। धरने पर मुख्य वक्ता पूर्व मंत्री जाड़ावत ने क्षेत्रिय जनप्रतिनिधियो को आड़े हाथों लेते हुआ कहा की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में जमीन चिन्हित कर आवंटित होकर निविदा प्रक्रिया पूर्ण कर कार्यादेश तक जारी कर दिया गया था। इससे आस पास के लोगों को चिकित्सा सुविधा का लाभ मिलता। जमीन चिन्हित करने को लेकर कोई विवाद है तो अन्य स्थान पर चयन कर निर्माण होना चाहिए था लेकिन स्थान को लेकर निर्माण कार्य को डेढ़ साल से अटका रखा है। बस्सी को कोई नई सौगात नहीं दिला सकते तो स्वीकृत जनहित के कार्यों को अपने राजनीतिक खींचतान को लेकर अटका कर मत रखो।प्रवक्ता नवरतन जीनगर ने बताया कि धरने को संगठन महामंत्री लादूलाल धाकड़, भैरूदास बैरागी, शिवप्रकाश मूंदड़ा, बंशीलाल मूंदड़ा, देवीलाल धाकड़ आदि ने संबोधित किया।
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(Udaipur Kiran) / अखिल
