हरिद्वार, 31 अगस्त (Udaipur Kiran) । युवक के तालाब में डूबने से मौत के मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कार्यालय के बाहर धरना दिया। उन्होंने इस घटना की सीबीआई जांच की मांग की और रविवार को एसएसपी कार्यालय पर धरना देने की बात कही।
गाैरतलब है कि रुड़की ब्लॉक के माधोपुर गांव स्थित तलाब में डूबने के कारण सोहलपुर निवासी वसीम उर्फ मोनू की 25 अगस्त को मौत हो गई थी। वसीम के परिजनों ने आराेप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने वसीम काे तलाब में डुबाकर मार दिया, जबकि पुलिस का कहना है कि वसीम गौमांस की तस्करी कर रहा था और चेकिंग के दौरान गिरफ्तारी से बचने के लिए मोनू तालाब में कूद गया, जिससे उसकी डूबने से मौत हो गई।
इस घटना के विराेध में आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तहसील स्थित ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे और मामले की सीबीआई जांच की मांग की। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जाए और सीबीआई जांच हाेनी चाहिए। उन्होंने भाजपा सरकार पर निर्दोष लोगों को टारगेट करने और पुलिस का दुरुपयोग करने का आराेप लगाया। हरीश रावत ने यह भी कहा कि वह इस लड़ाई को रुड़की से देहरादून और दिल्ली तक ले लाएंगे।
प्रदेश अध्यक्ष करन महारा ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की और कहा कि पुलिस द्वारा एक युवक की सरेआम हत्या की गई है, और भाजपा नेता इस पर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। उन्हाेंने इस मामले में भाजपा संगठन और मुख्यमंत्री के चुप्पी पर सवाल उठाया। महारा ने इस लड़ाई को अंजाम तक ले जाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
धरने में झबरेड़ा विधायक वीरेंद्र जाति, कलियर विधायक फुरकान अहमद, मंगलौर विधायक काजी निजामुद्दीन, हरिद्वार ग्रामीण विधायक अनुपमा रावत, लोकसभा प्रत्याशी रहे वीरेंद्र रावत, ओबीसी प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. गौरव चौधरी, महानगर अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी, इंटक जिलाध्यक्ष उदय सिंह पुंडीर, राव आफाक अली, जितेंद्र पंवार, परवेज अहमद, प्रदेश महासचिव सचिन गुप्ता, सेठपाल परमार सहित कई कांग्रेस नेता उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला