Jharkhand

कांग्रेस ने की जनगणना के सातवें कॉलम में सरना कोड जोडने की मांग

कांग्रेस पार्टी की बैठक में मौजूद नेताओं की तस्‍वीर

रांची, 22 मई (Udaipur Kiran) । झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष केशव महतो कमलेश की अध्यक्षता में गुरुवार को कांग्रेस भवन में बैठक हुई।

बैठक में 26 मई को सरना कोड को लेकर राजभवन के समक्ष आयोजित होनेवाले धरना कार्यक्रम की सफलता को लेकर विचार विमर्श किया गया।

इस अवसर पर पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता, रमा खलखो, ओबीसी कांग्रेस अध्यक्ष अभिलाष साहु, रांची महानगर अध्यक्ष डॉ कुमार राजा, आदिवासी कांग्रेस अध्यक्ष जोसाई मार्डी, महिला कांग्रेस अध्यक्ष गुंजन सिंह, राजन वर्मा सहित अन्य उपस्थित थे।

बैठक में प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि झारखंड एक आदिवासी बहुल्य राज्य है जो सरना धर्म को मानने वाले प्राचीन परम्पराओं और प्रकृति के उपासक है। सरना धर्म का जीता जागता ग्रन्थ जल, जंगल, जमीन और प्रकृति है। सरना धर्म की संस्कृति पूजा पद्धति, आदर्श एवं मान्यताएं प्रचलित सभी धर्मों से अलग हैं। पेडों पहाड़ों की पूजा तथा जंगलों को संरक्षण देने को ही ये अपना धर्म मानते हैं। आदिवासी सरना समुदाय पिछले कई वर्षों से अपने धार्मिक अस्तित्व की रक्षा के लिए जनगणना कोड में सरना धर्म को शामिल करने की मांग करते रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि हिन्दु, मुस्लिम, सिख, इसाई, बौद्ध, जैन के लिए कोड निर्धारित है, लेकिन आदिवासी सरना धर्म वालों के लिए जनगणना फॉर्म में अलग से कोड नहीं दिया गया है। झारखंड विधानसभा में भी प्रस्ताव पारित कर केन्द्र सरकार से सातवां कॉलम जोड़कर आदिवासियों के लिए सरना धर्म को शामिल करने की मांग की गई है। इसे लेकर कांग्रेस उक्त मांग को लेकर राजभवन के समक्ष धरना प्रदर्शन करेगी।

बैठक में सुन्दरी तिर्की, मेरी तिर्की, दयामनी बारला, विलशन टोपनो, अनूप लकड़ा, बैद्यनाथ कोडा, राज बखला, हरिमोहन टूडू, राजेश कुमार हंसदा, समीर हांसदा, सुनील मिंज, हमेन्द्र हांसदा सहित अन्य मौजूद थे।

—————

(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak

Most Popular

To Top