गुवाहाटी, 23 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । प्रदेश भाजपा ने आरोप लगाया है कि तुष्टिकरण कांग्रेस का एकमात्र राजनीतिक दर्शन है और इसलिए बदरुद्दीन अजमल के नेतृत्व वाली एआईयूडीएफ ने हमेशा कांग्रेस का साथ दिया है। इस पार्टी ने शुरू से ही मुश्किल समय में कांग्रेस को बचाया है।
दूसरे शब्दों में कहें तो एआईयूडीएफ की राजनीति कांग्रेस के लिए मक्का साबित हुई है। एआईयूडीएफ नेतृत्व ने यह कहकर कांग्रेस के सांप्रदायिक चरित्र को उजागर कर दिया है कि वह सामागुरी के कांग्रेस उम्मीदवार रकीबुल हुसैन के बेटे तंजील हुसैन को किसी भी हालत में हारने नहीं देंगे।
एआईयूडीएफ प्रमुख ने खुद मीडिया से कहा कि कांग्रेस उम्मीदवार सामागुरी के लोगों से वोट मांगने से पहले कई बार बदरुद्दीन अजमल से मिलने गए थे। कांग्रेस पार्टी ने इस बात से इनकार नहीं किया है। कांग्रेस पार्टी एआईयूडीएफ द्वारा कांग्रेस को दिए गए बिना शर्त समर्थन का भी स्वागत करती है। प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता रंजीत कुमार शर्मा आज प्रदेश भाजपा मुख्यालय अटल बिहारी वाजपेयी भवन में एक बयान में उपरोक्त बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन बोरा ने 22 अक्टूबर की रात असम संयुक्त मोर्चा गठबंधन के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने सहयोगियों को लिखित रूप से सीपीआईएम उम्मीदवार का समर्थन न करने के अपने फैसले की जानकारी दी है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, यह कांग्रेस के तानाशाही चरित्र को दर्शाता है। कांग्रेस पार्टी अपने सहयोगियों का इस्तेमाल अपने राजनीतिक हितों के हिसाब से करती रही है। पार्टी हमेशा उन राजनीतिक दलों को प्राथमिकता देती है जो कांग्रेस की बातों में आते हैं। कांग्रेस ने सामागुरी सीट पर मजबूत मुकाबला करने के लिए एआईयूडीएफ का रुख किया है। वे वामपंथी दलों और छोटे क्षेत्रीय दलों के अस्तित्व को नकारने और उन्हें राजनीतिक रूप से अप्रासंगिक बनाने की गहरी साजिश में लगे हुए हैं। यह एपीसीसी अध्यक्ष सहित अन्य नेताओं के बयानों से स्पष्ट है। दूसरे शब्दों में, कांग्रेस ने अपने सभी सहयोगियों को रौंद दिया है और धुबड़ी के सांसद रकीबुल हुसैन के बेटे को नवाब बनाने के लिए एआईयूडीएफ का रुख किया है।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश