जम्मू, 8 जनवरी (Udaipur Kiran) । पुंछ जिले के हरिबुधा में महिलाओं के लिए 30 दिवसीय सिलाई और टेलरिंग कार्यक्रम का समापन किया। दूरदराज के क्षेत्रों की महिलाओं को व्यावहारिक व्यावसायिक कौशल से सशक्त बनाने के लिए डिज़ाइन की गई भारतीय सेना की इस पहल का उद्देश्य प्रतिभागियों के बीच वित्तीय स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना था।
कार्यक्रम के दौरान दस महिलाओं ने आवश्यक सिलाई तकनीक सीखी जिससे उन्हें परिधान और कपड़ा उद्योग में स्थायी आजीविका के अवसरों के लिए तैयार किया गया। कार्यक्रम का समापन एक भव्य समापन समारोह में हुआ जहाँ प्रतिभागियों को उनके समर्पण और उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का एक मुख्य आकर्षण सभी प्रतिभागियों को सिलाई मशीनों का वितरण था जिससे उन्हें अपने शिल्प का अभ्यास जारी रखने और अपने भविष्य का निर्माण करने के लिए आवश्यक उपकरण प्रदान किए गए।
समारोह के दौरान, भारतीय सेना के एक प्रतिनिधि ने कौशल विकास के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने के महत्व पर जोर दिया। प्रतिनिधि ने कहा हम महिलाओं में स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं ताकि वे अपने समुदायों में योगदान दे सकें और बेहतर जीवन जी सकें। यह पहल शिक्षा और कौशल निर्माण की परिवर्तनकारी शक्ति में हमारे विश्वास को दर्शाती है। इस कार्यक्रम में प्रशिक्षकों, प्रतिभागियों और विशिष्ट अतिथियों ने भाग लिया जिन्होंने महिलाओं की कड़ी मेहनत और दृढ़ता की सराहना की। प्रतिभागियों को अपने कौशल को निखारने के लिए प्रोत्साहित करते हुए अतिथियों ने परिवारों और समुदायों पर इस तरह की पहल के व्यापक प्रभाव पर जोर दिया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा