जम्मू, 21 सितंबर (Udaipur Kiran) । हाल ही में जम्मू और कश्मीर के राजौरी में तीन सप्ताह तक चलने वाले क्रिकेट टूर्नामेंट का समापन किया गया जिसका उद्देश्य स्थानीय युवाओं को जोड़ना और सामुदायिक भावना को बढ़ावा देना था। टूर्नामेंट ने न केवल युवा खिलाड़ियों की प्रतिभा को प्रदर्शित किया बल्कि प्रतिभागियों के बीच एकता और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को भी बढ़ावा दिया। भारतीय सेना द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत एक उद्घाटन समारोह से हुई जिसमें स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों, परिवारों और भारतीय सेना के अधिकारियों सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। मुख्य अतिथि ने चरित्र निर्माण और टीम वर्क तथा अनुशासन जैसे मूल्यों को विकसित करने में खेलों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, युवाओं में नेतृत्व क्षमता विकसित करने के लिए खेल आवश्यक हैं। उन्होंने स्थानीय प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए सेना की निरंतर प्रतिबद्धता पर भी जोर दिया।
टूर्नामेंट की बात करें तो इसमें विभिन्न गांवों की आठ से अधिक टीमों ने भाग लिया जिनमें 15 से 25 वर्ष की आयु के खिलाड़ी शामिल थे। अपने पसंदीदा टीमों का उत्साहवर्धन करने के लिए एकत्रित हुए परिवारों और मित्रों के उत्साही समर्थन ने जीवंत माहौल को और बढ़ा दिया। कई प्रतिस्पर्धी मैचों के बाद, मोहरा काम्पला की टीम विजयी हुई और उसने उल्लासपूर्ण समारोहों के बीच ट्रॉफी अपने नाम की। इस टूर्नामेंट का स्थानीय समुदाय पर गहरा प्रभाव पड़ा है। इसने लोगों को एक साथ लाया है और युवाओं को खेलों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया है। प्रतिभागियों ने प्रतिस्पर्धा करने और अपने कौशल को विकसित करने के अवसर के लिए आभार व्यक्त किया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा