Uttrakhand

खराब प्रदर्शन करने वाले शाखा प्रबंधकों और कर्मियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जाएं: सचिव सहकारिता

मंगलवार को राज्य सहकारी बैंक के देहरादून कैम्प कार्यालय में सचिव सहकारिता दिलीप जावलकर  बैंक अफसरों की समीक्षा बैठक करते।

देहरादून, 27 अगस्त (Udaipur Kiran) । सहकारिता विभाग के सचिव दिलीप जावलकर ने राज्य व जिले के को-ऑपरेटिव बैंकों में खराब प्रदर्शन करने वाले ब्रांच मैनेजर और अन्य कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही जो कर्मचारी अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं, उन्हें ‘परफॉर्मेंस फॉर अस्वस्थ कर्मचारियों’ प्रोग्राम के तहत अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्त देने के भी निर्देश दिए हैं।

मंगलवार को राज्य सहकारी बैंक के देहरादून कैम्प कार्यालय में सहकारिता विभाग के सचिव दिलीप जावलकर ने वरिष्ठ बैंक अफसरों के साथ समीक्षा बैठक रहे

थे। उन्होंने सभी डिस्ट्रिक्ट को-ऑपरेटिव बैंक में मोबाइल बैंकिंग और नेट बैंकिंग जैसी आधुनिक सेवाओं को जल्द से जल्द प्रारंभ करने का भी निर्देश दिए ताकि ग्राहकों को बेहतर सुविधा मिल सके। सचिव ने बैंकाें की बढ़ती एनपीए की समस्या पर खास ध्यान देते हुए एनपीए वसूली में कर्मचारियों की जवाबदेही सुनिश्चित करने पर जोर दिया। एनपीए वसूली के लिए पुलिस की मदद लेने के निर्देश जारी किए गए।

बैठक में बैंक की वर्तमान स्थिति और भविष्य की योजनाओं पर गहन चर्चा की गई और कई महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए गए। सचिव ने बैंक की सेवाएं अधिक ग्राहकों तक पहुंच सकें और ग्राहकों को बिना किसी कठिनाई के लाभ मिले इस पर काम करने को कहा।

राज्य की 15 में से 12 शाखाएं लाभप्रद

बैठक में सचिव जावलकर ने राज्य सहकारी बैंक के प्रस्तुतीकरण का अवलोकन किया, जिसमें प्रबंध निदेशक नीरज बेलवाल ने विस्तृत प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की।उन्हाेंने सचिव को बताया कि वर्तमान में उत्तराखंड राज्य सहकारी बैंक एवं जिला सहकारी बैंक की 15 में से 12 शाखाएं लाभप्रद स्थिति में हैं। बकाया ऋणों की वसूली के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप गैर निष्पादित आस्तियों (एनपीए) में 4.08% की कमी आई है।

प्रगति रिपोर्ट पर सचिव जावलकर ने प्रबंध निदेशक को प्रधानमंत्री सहकारी आवास ऋण, ग्रह ऋण, कोऑपरेटिव हाउसिंग ऋण की ठोस नीति बनाने की बात कही। उन्हाेंने सरकारी कर्मचारियों एवं कॉर्पोरेट ग्राहकों को बैंकों में खाते खोलने के लिए आकर्षित करने के लिए एक अभियान शुरू करने को कहा। जिला सहकारी बैंकों का सीडी रेशो कम पर सचिव ने चिंता जताते हुए इसे बढ़ाने के निर्देश दिए।

समीक्षा बैठक में जनरल मैनेजर मुकेश महेश्वरी, असिस्टेंट जनरल मैनेजर आरएस रैना, आकांक्षा कंडारी, नेहा कांत और पंकज बमेटा आदि अधिकारी मौजूद थे।

(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार सक्सेना

Most Popular

To Top