
पलवल, 19 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो ने पलवल के हसनपुर ब्लॉक में हुए 50 करोड़ रुपए के घोटाले में कार्रवाई करते हुए दीपक मैन पावर सर्विस कंपनी के मालिक दीपक कुमार को गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया कि दीपक कुमार मई 2022 से बीडीपीओ कार्यालय हसनपुर में लिपिक राकेश के पास निजी ड्राइवर था। इस दौरान उसकी राकेश के साले विवेक कुमार से भी जान-पहचान हो गई। राकेश ने दीपक को पंचायत विभाग चंडीगढ़ के एसओ शमशेर सिंह से फर्जी बजट भेजने की योजना बताई। इसके लिए एक फर्म की जरूरत थी।
दीपक ने लालच में आकर दीपक मैन पावर नाम की फर्म बना ली। राकेश ने इस फर्म के नाम से बैंक खाते खुलवाए। शमशेर सिंह फर्जी बजट डीडीपीओ कार्यालय भेजता था। राकेश यह जानकारी कंप्यूटर ऑपरेटर तेजेंद्र को देता था। तेजेंद्र फर्जी बजट राशि को बीडीपीओ हसनपुर के खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर कर देता था। इसके बाद राकेश, अनूप कुमार, गौतम और विवेक कुमार शाम 5 बजे के बाद कार्यालय में दीपक मैन पावर के नाम से फर्जी बिल तैयार करते थे। राकेश ने होडल ट्रेजरी में सेवादार सतपाल और ट्रेजरी अधिकारी विजेंद्र से भी मिलीभगत कर रखी थी। इस तरह पूरे घोटाले को अंजाम दिया गया।
जिनसे मिलकर सभी फर्जी बिल पास करवाए जाते थे और सारा पैसा फर्म के खाते में आ जाता था। जब फर्जी बिलों की राशि उसकी फर्म दीपक मैन पावर के खातों में आ जाती थी, तो वह राकेश के कहे अनुसार फर्म के खातों से कभी नगद निकासी करके रूपए राकेश को देता था, तथा कभी-कभी राकेश के द्वारा बताए गए अलग-अलग बैंक खातों में राशि ट्रांसफर कर देता था। राकेश गबन राशि में से आरोपी शमशेर सिंह, एसओ को उसका हिस्सा देने के लिए चंडीगढ़ जाता था तो वह राकेश की कार को चलाता था और कार में राकेश के साथ उसका साला विवेक भी जाता था।
छह आरोपियों को पहले ही कर चुकी गिरफ्तार
इस गबन मामले में एसीबी की फरीदाबाद टीम पहले ही आरोपी राकेश लिपिक हसनपुर कार्यालय बीडीपीओ, आरोपी सतपाल चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कार्यालय खजाना होडल, आरोपी शमशेर सेवानिवृत एसओ कार्यालय निदेशक विकास एंव पंचायत विभाग हरियाणा, आरोपी विजेंद्र कुमार सहायक-कम-सहायक खजाना अधिकारी खजाना कार्यालय होडल, आरोपी अनूप कुमार लिपिक कार्यालय बीडीपीओ हसनपुर और आरोपी विवेक कुमार, स्टेनो डीसी रेट कार्यालय बीडीपीओ हसनपुर को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
—————
(Udaipur Kiran) / गुरुदत्त गर्ग
