
-व्यवस्थाओं का ले रहे हैं जायजा किसी किसान को कोई दिक्कत ना आने का किया
-किसानों का कहना पूरी फसल खरीदे सरकार, सरसों का भाव है कम
रोहतक, 28 मार्च (Udaipur Kiran) । गेहूं की फसल की खरीद व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए हरियाणा सरकार के बड़े-बड़े अधिकारी मंडियों का दौरा करने में जुट गए। अनाज मंडी के निरीक्षण के लिए फरीदाबाद के कमिश्नर संजय जून व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए पहुंचे। उन्हाेंने सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त बताया। किसानों को कोई दिक्कत ना आने का दावा किया। दूसरी तरफ, सरसों की खरीद को लेकर किसान संतुष्ट नजर नहीं आ रहे ।
उनका कहना है कि एक एकड़ में 8 क्विंटल सरसों का गेट पास दिया जा रहा है, जबकि एक एकड़ में 10 से 12 क्विंटल सरसों निकल आती है। आठ क्विंटल से ज्यादा की खरीद एमएसपी पर नहीं की जा रही और इसका फायदा निजी खरीदार उठा रहे हैं। 5950 का भाव होने के बावजूद निजी खरीदार बाकी बची सरसों 300 से 400 रुपये से कम दाम पर खरीद रहे। किसानों का कहना है सरकार को ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि उनकी पूरी की पूरी फसल सरकारी रेट पर बिक जाए। ताकि वह अपने परिवार का पालन पोषण कर सके।
फरीदाबाद मंडल के कमिश्नर संजय जून ने कहा कि गेहूं की खरीद के लिए सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई है। ना तो बारदाने की कोई दिक्कत है और ना ही उठान में कोई परेशानी आने दी जाएगी। वह किसानों से अपील करते हैं कि साफ सुथरी फसल लेकर मंडियों में पहुंचे ताकि जब यह आम जनता के बीच जाए तो उन्हें भी परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि वह अधिकारियों और कर्मचारियों को भी दिशा निर्देश देते हैं कि किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी और किसानों को खरीद में कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
किसान बोले की गेहूं की फसल तो बाद में आएगी अभी पहले सरसों में जो की फसल मंडी में पहुंची है, हालांकि एमएसपी पर खरीद तो हो रही है लेकिन प्रति एकड़ 8 क्विंटल से ज्यादा सरसों नहीं खरीदी जा रही और इसका फायदा निजी खरीदार उठाने का प्रयास कर रहे हैं और 8 क्विंटल से ज्यादा सरसों का 300 से ₹400 कम भाव ने दिया जा रहा है। वे सरकार से गुहार लगाते हैं कि जितनी फसल लेकर वह मंडी में पहुंचे उसे सरकार उचित दाम पर खरीद करें।
(Udaipur Kiran) / अनिल
