– माधव नेशनल पार्क के ईको सेंसटिव जोन का मास्टर प्लान तैयार करने के सिलसिले में किया गया है बेसलाइन सर्वे
ग्वालियर, 23 अगस्त (Udaipur Kiran) । माधव नेशनल पार्क के ईको सेंसटिव जोन का मास्टर प्लान तैयार करने के सिलसिले में पार्क के दो किलोमीटर के दायरे में आने वाले शहरी क्षेत्र एवं गाँवों में किए गए बेसलाइन सर्वे की संभाग आयुक्त मनोज खत्री ने शुक्रवार को समीक्षा की। इस अवसर पर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि बफर जोन में शामिल बसाहटों के निवासियों एवं जन प्रतिनिधियों के सुझाव व दावे आपत्तियाँ भी बेसलाइन सर्वे में शामिल करें।
दरअसल, गत 3 अप्रैल को आयोजित हुई बेसलाइन सर्वे की समीक्षा बैठक में दिए गए निर्देशों के पालन में अधिकृत एजेंसी मैसर्स साईं कंसल्टिंग इंजी. प्रा. लि. द्वारा प्रस्तुत किए गए पालन-प्रतिवेदन की बैठक में समीक्षा की गई। इस अवसर पर मुख्य वन संरक्षक टीएस सुलिया, शिवपुरी के कलेक्टर रविन्द्रनाथ चौधरी व जिला पंचायत के सीईओ उमराव मरावी तथा माधव नेशनल पार्क के सहायक निदेशक संयुक्त संचालक नगर एवं ग्राम निवेश व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय संचालक सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
संभाग आयुक्त मनोज खत्री ने निर्देश दिए कि बफर जोन में शामिल बसाहटों के निवासियों व जनप्रतिनिधियों के सुझावों व दावे-आपत्तियों को शामिल करने के बाद ही राज्य स्तरीय मूल्यांकन समिति को बेसलाइन सर्वे के प्रस्ताव भेजे जाएँ। बैठक में बताया गया कि शिवपुरी जिले के ग्राम कोटा व हातोद के ग्रामवासियों ने बफर जोन का दायरा 2 किलोमीटर से घटाकर एक किलोमीटर करने का सुझाव दिया है। इस सुझाव का परीक्षण कर नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश बैठक में दिए गए।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) तोमर / नेहा पांडे