– देश के मैरीटाइम सेक्टर व आर्थिक विकास में मुंद्रा बंदरगाह के 25 वर्षों के योगदान उत्सव के अंतर्गत भारतीय डाक विभाग ने डाक टिकट जारी किया
– स्टाम्प शीट की प्रति नई दिल्ली के राष्ट्रीय डाक टिकट संग्रहालय में भी प्रदर्शित की जाएगी
अहमदाबाद, 9 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मुंद्रा बंदरगाह की विकास यात्रा के 25 वर्ष पूर्ण होने की स्मृति में बुधवार को गांधीनगर में एक स्मारक डाक टिकट का अनावरण किया। देश के महत्वपूर्ण व्यापारिक बंदरगाह के रूप में मुंद्रा की साधारण जेटी से वैश्विक शिपिंग हब तक की विकास यात्रा को दर्शाने वाला स्मारक डाक टिकट ‘प्रगति के 25 वर्ष– मुंद्रा पोर्ट’ शीर्षक के साथ प्रस्तुत किया गया है।
9 अक्टूबर को विश्व डाक दिवस पर भारतीय डाक ने यह स्मारक टिकट जारी किया है। भारतीय डाक द्वारा जारी इस स्मारक स्टाम्प का शीर्षक ‘प्रगति के 25 वर्ष – मुंद्रा पोर्ट’ है और 12 स्टाम्प वाली स्टाम्प शीट भारतीय डाक द्वारा अदाणी बंदरगाह व विशेष आर्थिक अंचल (एपीएसईजेड) लिमिटेड के साथ मिल कर तैयार की गई है। हैदराबाद के सिक्योरिटी प्रिंटिंग प्रेस में कुल 60 हजार स्टाम्प के साथ 5 हजार शीट्स का भी मुद्रण किया गया है। इतना ही नहीं; स्टाम्प शीट की प्रति नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय डाक टिकट संग्रहालय (नेशनल फिलाटेलिक म्यूजियम) में भी स्थायी रूप से प्रदर्शित की जाएगी। यह स्टाम्प भारतीय डाक के ई-पोर्टल द्वारा खरीदारी के लिए उपलब्ध रहेगा। यह मुंद्रा पोर्ट स्मारक स्टाम्प के अनावरण के अलावा भारतीय डाक द्वारा विशेष कवर व स्टाम्प रद्द करने की प्रक्रिया भी प्रस्तुत की गई है। कच्छ की खाड़ी के उत्तरी तट पर स्थित मुंद्रा महत्वपूर्ण बंदरगाह है। इस बंदरगाह को गुजरात मैरीटाइम बोर्ड (जीएमबी) ने 1994 में कैप्टिव जेटी के रूप में शुरू करने की अनुमति दी थी। इसके बाद इस बंदरगाह का जन-निजी भागीदारी के आधार पर विकास हुआ है। इतना ही नहीं; वर्ष 2001 से मुंद्रा बंदरगाह व विशेष आर्थिक अंचल (एमपीएसईजेड) कार्यरत है।
इस विशेष स्मारक डाक टिकट अनावरण के अवसर पर डाक विभाग के गुजरात मंडल के चीफ पोस्ट मास्टर जनरल गणेश वी. सावलेश्वरकर, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव पंकज जोशी व मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव मनोजकुमार दास तथा भारतीय डाक के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
—————
(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय