
धर्मशाला, 07 मई (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय कार्यशाला “तकनीकी अनुसंधान पद्धति एवं अनुसंधान में उन्नत सांख्यिकी” विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला बुधवार को सम्पन्न हुई। यह कार्यशाला सेंटर फॉर कम्प्यूटेशनल बायोलॉजी एंड बायोइन्फॉर्मेटिक्स द्वारा हिमालयन लाइफ साइंस सोसाइटी के सहयोग से आयोजित की गई, जिसका प्रमुख उद्देश्य प्रतिभागियों विशेषकर विद्यार्थियों एवं प्रारंभिक स्तर के शोधकर्ताओं को वैज्ञानिक अनुसंधान एवं आंकड़ा-आधारित अनुसंधान के लिए आवश्यक व्यावहारिक कौशल प्रदान करना रहा।
इस कार्यशाला के माध्यम से छात्रों को प्रयोगात्मक डिज़ाइन, डेटा संग्रहण, तथा सांख्यिकीय विश्लेषण में उन्नत उपकरणों के प्रयोग का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त हुआ।
व्याख्यानों एवं सजीव प्रदर्शन के माध्यम से प्रतिभागियों ने बायोस्टैटिस्टिकल मॉडल, डेटा विज़ुअलाइज़ेशन तकनीकें, एवं समसामयिक अनुसंधान समस्याओं से संबंधित बायोइन्फॉर्मेटिक्स वर्कफ़्लो के प्रयोग को सीखा। ड्रग डिस्कवरी, आणविक जीवविज्ञान, मेटाजीनोमिक्स एवं न्यूट्रास्युटिकल संरचना पर आधारित सत्रों ने छात्रों को अंतर्विषयक शोध पद्धतियों से अवगत कराया, जबकि अनुसंधान नैतिकता एवं डेटा प्रबंधन पर हुई चर्चाओं ने उत्तरदायी अनुसंधान आचरण की समझ को गहराया।
प्रो. पीआर सुधाकरन, डॉ. ए. जयकुमारन नायर तथा डॉ. चांदनी सिद्धू जैसे प्रख्यात वैज्ञानिकों ने प्रतिभागियों को मार्गदर्शन प्रदान किया, जिसमें प्रयोगशाला प्रोटोकॉल, उच्च-प्रवाह डेटा विश्लेषण तथा वैज्ञानिक संप्रेषण जैसे विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं। इस अनुभव ने प्रतिभागियों में तकनीकी दक्षता, आलोचनात्मक सोच एवं सहयोगात्मक अधिगम को बढ़ावा दिया जिससे वे कठोर अकादमिक एवं उद्योग आधारित अनुसंधान के लिए तैयार हो सकें।
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(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया
