पंजाब, चंडीगढ़, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश व जम्मू कश्मीर के कलाकारों ने किए कार्यक्रम
हिसार, 25 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में चल रहे तीसरे दिन राष्ट्रीय एकता शिविर में स्वयंसेवकों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में पंजाब, चंडीगढ़, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश व जम्मू कश्मीर के स्वयंसेवकों ने अपनी पारंपरिक वेशभूषा में लोक नृत्य की प्रस्तुनियों के माध्यम से दर्शकों का मन मोह लिया। स्वयंसेवकों ने पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. पवन कुमार मुख्य अतिथि रहे जबकि विशिष्ट अतिथि छात्र कल्याण निदेशक डॉ. एमएल खीचड़ थे। मुख्यातिथि डॉ. पवन कुमार ने शुक्रवार को स्वयसेवकों के साथ अपने विचार सांझा करें एवं उन्हें सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि समय समय पर इस प्रकार के कार्यक्रम स्वयसेवकों के सर्वागीण विकास के लिए अति महत्वपूर्ण है। शिविर में हिमाचल प्रदेश से आए स्वयंसेवकों ने अपने राज्य का नाटी नृत्य प्रस्तुत किया। सांस्कृतिक परिदृश्य को दर्शाता इस नृत्य से सभी का मन मोह लिया। हिमाचल प्रदेश की संस्कृति अपने आप में अनूठी है एवं नृत्य और गायन के माध्यम से स्वयंसेवकों ने इसे बखूबी प्रस्तुत किया। इसी कडी में पंजाब राज्य के स्वयसेवकों ने भंगड़ा एवं गिद्दा प्रस्तुत किया। पंजाब का नृत्य अपने आप मे उर्जा से भरा हुआ था एवं उपस्थित सभी स्वयसेवकों को उत्साहित कर दिया। पंजाबी में किया जा रहा मंच संचालन इस कार्यक्रम को ओर चार चांद लगा रहा था।
भारत का अखंडता अपने आप में अति महत्वपूर्ण है। इसी अखंडता को दर्शाते हुए जम्मू कश्मीर के स्वयसेवकों ने भी कार्यक्रम में बढचढ कर भाग लिया। कश्मीर से आए स्वयसेवकों ने अपने राज्य का रूप नृत्य प्रस्तुत किया। कश्मीरी वेशभूषा पहने स्वयसेवक न केवल अपने अपने राज्यों की सांस्कृतिक विरासत को प्रस्तुत कर रहे बल्कि दूसरे स्वयसेवकों के साथ मिलजुल कर इस कार्यक्रम की शोभा ओर बढा रहे है। इस एकता शिविर का मूल उद्देश्य ही भारत की प्रभुता और अखण्डता बनाए रखना है और सभी स्वयसेवक इसे पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर