जम्मू, 16 दिसंबर (Udaipur Kiran) । इसी महीने 10 दिसंबर को जीजीएम साइंस कॉलेज में दो छात्र समूहों के बीच कथित हाथापाई के बारे में सोशल मीडिया पर प्रसारित रिपोर्टों के जवाब में कॉलेज प्रशासन ने घटना को स्पष्ट करते हुए एक बयान जारी किया है। जबकि कुछ मीडिया आउटलेट्स ने सुझाव दिया कि विवाद रैगिंग से जुड़ा था कॉलेज ने इन दावों को स्पष्ट रूप से नकार दिया है।
कॉलेज अनुशासन समिति (सीडीसी) द्वारा की गई प्रारंभिक जांच के अनुसार हाथापाई व्यक्तिगत रंजिश से उपजी थी और इसका रैगिंग से कोई संबंध नहीं था जो संस्थान में सख्त वर्जित है। निष्कर्षों पर तेजी से कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने विवाद में शामिल पांच छात्रों को निलंबित कर दिया। इसके अतिरिक्त उसी घटना से जुड़े यौन उत्पीड़न का एक गंभीर आरोप एक महिला छात्रा द्वारा दर्ज किया गया है। इस शिकायत को आगे की जांच के लिए कॉलेज कमेटी अगेंस्ट सेक्सुअल हैरेसमेंट को भेज दिया गया है। न्याय सुनिश्चित करने के लिए इस मामले की जांच जारी है।
घटना के बारे में बोलते हुए कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. (डॉ.) रोमेश कुमार गुप्ता ने अनुशासनहीनता के प्रति संस्थान की शून्य-सहिष्णुता की नीति को दोहराया और अपने छात्रों के लिए सुरक्षित और संरक्षित शिक्षण वातावरण बनाए रखने के लिए कॉलेज की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। डॉ. गुप्ता ने कहा किसी भी तरह की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सीडीसी और कैश की अंतिम रिपोर्ट जमा होने के बाद दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह भी उल्लेखनीय है कि घायल छात्रों में से एक के पिता ने नोवाबाद पुलिस स्टेशन में एक औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है जो संकेत देता है कि मामला पुलिस की जांच के दायरे में है। कॉलेज प्रशासन ने छात्र संगठन और अभिभावकों को आश्वासन दिया है कि अनुशासन बनाए रखने और परिसर में सम्मानजनक माहौल को बढ़ावा देने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएंगे।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा