– कलेक्टर एवं निगम आयुक्त ने कचरा प्रबंधन एवं वायु प्रदूषण रोकने से संबंधित कार्यों का लिया जायजा
ग्वालियर, 25 नवंबर (Udaipur Kiran) । खुले में कचरा जलाने की प्रवृत्ति को सख्ती से रोकें। ऐसे मैरिज गार्डन व संस्थान जो बड़े पैमाने पर कचरा जलाकर प्रदूषण का कारण बन रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। यह निर्देश कलेक्टर रुचिका चौहान ने नगर निगम के अधिकारियों को दिए। कलेक्टर सोमवार को नगर निगम आयुक्त अमन वैष्णव तथा अन्य अधिकारियों के साथ शहर के कचरा प्रबंधन और शहर में वायु प्रदूषण रोकने की दिशा में किए गए कामों के निरीक्षण के लिये निकलीं थीं। उन्होंने पिंटो पार्क मुख्य मार्ग पर स्थित एक मैरिज गार्डन के बाहर वहाँ के कर्मचारियों द्वारा जलाया जा रहा कचरा देखकर नाराजगी जताई और मैरिज गार्डन के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर रुचिका चौहान ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जीवाजी विश्वविद्यालय व दीनदयालनगर में हवा की गुणवत्ता मापने के लिये स्थापित सीएएक्यूएमएस (कंटीन्यूयस एंबिएंट एयर क्वालिटी मॉनीटरिंग सिस्टम) का जायजा लिया। उन्होंने दीनदयालनगर एक्यूआई सेंटर के आसपास की साफ-सफाई को और बेहतर करने और सेंटर की छत पर टेरिस गार्डन स्थापित करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि सेंटर के समीप स्थित पुलिस चौकी परिसर में भी सुव्यवस्थित ढंग से वृक्षारोपण कराएं।
निरीक्षण के दौरान अपर आयुक्त विजय राज, मुनीश सिंह सिकरवार, उपायुक्त अमर सत्य गुप्ता, अधीक्षण यंत्री जेपी पारा, सिटी प्लानर पवन सिंघल, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
केदारपुर कचरा प्रबंधन सेंटर का भी लिया जायजा
शहर भ्रमण के दौरान कलेक्टर रुचिका चौहान एवं नगर निगम आयुक्त अमन वैष्णव ने केदारपुर स्थित कचरा निस्तारण केन्द्र का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने वैज्ञानिक तरीके से किए जा रहे कचरा निस्तारण की प्रक्रिया को बारीकी से समझा। साथ ही इस केन्द्र पर वर्षों से जमा हो रहे लिगसी वेस्ट (कचरा) को समाप्त करने की प्रक्रिया को और तेज करने के निर्देश दिए। उन्होंने कचरा निष्पादन के लिये टीम बढ़ाने के निर्देश भी दिए। अगले मार्च माह तक 6 मैट्रिक टन कचरे का निष्पादन यहां पर पूर्ण हो जायेगा।
केदारपुर कचरा प्रबंधन केन्द्र पर वर्तमान में 6 मशीनों द्वारा वर्षों से जमा कचरे को खोदकर वैज्ञानिक तरीके से निष्पादन किया जा रहा है। इस कचरे से प्लास्टिक को अलग कर सीमेंट फैक्ट्रियों के लिये भेजा जा रहा है। साथ ही यहाँ की ऑर्गेनिक मिट्टी को खाद के रूप में इस्तेमाल करने के लिये किसानों को उपलब्ध कराया जा रहा है। साथ ही भराव के लिये भी भेजी जा रही है। कलेक्टर ने यहाँ पर जमा कचरे के पहाड़ समाप्त करने के लिये मशीनों व टीमों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए।
(Udaipur Kiran) तोमर