अनूपपुर, 23 अगस्त (Udaipur Kiran) । जिले में कृषि विभाग के अधिकारी जो भी कार्य करते हैं वह कार्य धरातल स्तर पर दिखना चाहिए, अधिकारी विशेष ध्यान रखें। कृषि विभाग द्वारा संचालित समस्त योजनाओं का लाभ प्राथमिकता के आधार पर किसानों को दिलायें। तथा उन्हें आधुनिक यंत्रों का प्रयोग करते हुए कृषि कार्य हेतु प्रेरित करें। पैडी ट्रांसप्लांटर से धान रोपाई, ड्रोन से यूरिया का छिड़काव, जमीनी स्तर पर उर्वरक का वितरण, किसानों को खेती हेतु विभिन्न सुविधाओं के संबंध में चर्चा करें, जिले के मौसम की स्थिति के अनुकूल कृषकों को फसल उत्पादन हेतु प्रेरित किया जाए, जिससे किसान अधिक से अधिक फसल का उत्पादन कर सके।
शुक्रवार को कलेक्टर हर्षल पंचोली ने कृषि विभाग के कार्यों की समीक्षा कर अधिकारियों को उक्त निर्देश दिए। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों से खाद एवं बीज भंडारण एवं वितरण की जानकारी ली और पैडी ट्रांसप्लांटर मशीन लेने हेतु किसानों को प्रेरित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पैडी ट्रांसप्लांटर के माध्यम से धान रोपने में किसानों को सुगमता होगी तथा किसान कम समय में बेहतर कृषि कर सकते हैं। बैठक में कलेक्टर ने पैडी ट्रांसप्लांटर हेतु किसानों को ऑनलाइन आवेदन, अनुदान, अनुमानित लागत इत्यादि की भी जानकारी देने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
कलेक्टर पंचोली ने उद्यानिकी विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले में बेहतर कार्ययोजना बनाकर उद्यानिकी फसलों का रोपण किया जाए तथा किसानों को उद्यानिकी फसल को लाभ का धंधा बनाने हेतु प्रोत्साहित किया जाए। बैठक में कलेक्टर ने जिले के नर्सरी के संबंध में अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की तथा पौधों की गुणवत्ता एवं विभिन्न किस्मों की जानकारी प्राप्त की। उद्यानिकी विभाग द्वारा जिले के विभिन्न क्षेत्रों में क्या विशेष कार्य किया जा सकता है, इसकी भी कार्य योजना बनाएं तथा सीमित कार्य योजना के साथ कार्य करायें जिससे धरातल स्तर पर उद्यानिकी विभाग के कार्यों की प्रगति हो सके। उद्यानिकी विभाग द्वारा कराए गए प्लांटेशन का निरीक्षण किया जाएगा। इस दौरान कलेक्टर को उद्यानिकी विभाग द्वारा बेकरी उद्योग कोतमा, डेयरी फूड चैंबर, मसाला उद्योग एवं पापड़ यूनिट की भी जानकारी दी गई, जिसकी कलेक्टर ने सराहना की।
मत्स्य पालकों को मत्स्य उत्पादन हेतु करें प्रेरित
कलेक्टर ने मत्स्य विभाग की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले के मत्स्य पालको को मत्स्य उत्पादन हेतु प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि मत्स्य विभाग द्वारा संचालित समस्त योजनाओं का लाभ मत्स्य पालकों को मिलना चाहिए अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें। बैठक में कलेक्टर को बताया गया कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 2387 किसानों को ग्रामीण तालाबों का पट्टा प्रदान किया गया है जिसमें वह मत्स्य उत्पादन करते हैं। उन्होंने कलेक्टर को बताया कि जिले में 4280 किसान मत्स्य उत्पादन कर रहे हैं तथा जिले में लगभग 1.5 मेट्रिक टन मत्स्य उत्पादन किया जा रहा है।
मत्स्य अधिकारियों ने बताया कि अनूपपुर जिला जनजाति जिला होने के कारण यहां मत्स्य की खपत ज्यादा है तथा जिले से शहडोल सहित अन्य स्थानों में मत्स्य का विक्रय किया जाता है। कलेक्टर को बताया गया कि जिले के सामतपुर एवं कोहका में मत्स्य फार्म है तथा राजेन्द्रग्राम में हैचरी (मत्स्य बीज उत्पादन) किया जाता है। बैठक में उप संचालक कृषि एन.डी. गुप्ता, सहायक संचालक उद्यान सुभाष चन्द्र श्रीवास्तव, सहायक संचालक मत्स्य सहित संबंधित विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला तोमर