
धमतरी, 22 मई (Udaipur Kiran) । कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने 22 मई को सुबह कुकरेल तहसील कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यालय में दर्ज राजस्व प्रकरणों की जानकारी रीडर से ली। इस दौरान कलेक्टर ने मौजूद तहसीलदार ख्याति कंवर को सभी प्रकरणों को ई-कोर्ट में दर्ज करने, समय सीमा में निराकरण करने से लेकर कम पेशियों में राजस्व प्रकरणों को निपटाने के निर्देश दिए। उन्होंने कुकरेल में बन रहे नये तहसील भवन का अवलोकन किया और बचे हुए कार्याें को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए है।
कलेक्टर ने बंदोबस्त त्रुटि के प्रकरणों को तीन-चार पेशियों के बाद निराकृत करने को भी कहा है। निरीक्षण के दौरान विभिन्न राजस्व प्रकरणों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने निर्देशित किया कि सीमांकन, बटांकन और अन्य प्रकरणों का समय-सीमा में निराकरण सुनिश्चित हो। ई-कोर्ट में दर्ज सभी प्रकरणों का भी निराकरण समय-सीमा में सुनिश्चित किया जाए। जिन प्रकरणों में बटांकन नक्शे दर्ज नहीं हैं, उसे भी पूरा किया जाए। श्री मिश्रा ने कहा कि इसके लिए तहसीलदार आवश्यक रणनीति तैयार करते हुए जिस खसरे में ज्यादा बटांकन है, उसे प्राथमिकता देते हुए प्रकरणों का निराकरण करें। गांववार सूची बनाने के निर्देश भी कलेक्टर ने दिए है। नक्शा बंटाकन का कार्य पूरा कर राजस्व विवाद मुक्त ग्राम बनाएं जाएं। कलेक्टर ने स्वामित्व योजना के क्रियान्वयन और स्थल सत्यापन की जानकारी भी तहसीलदार से ली।
उन्होंने कहा कि खसरों को लगातार अपडेट करते रहें। कलेक्टर ने तहसील कार्यालय के निरीक्षण के दौरान कहा कि रिकार्ड का समुचित रख-रखाव व संधारण करें। उन्हांने प्रकरणों की स्वयं जांच करते हुए आवश्यक मार्गदर्शन दिए। कलेक्टर ने तहसील कार्यालय की माल जमादार, कानूनगो, नकल शाखाओं में जाकर रिकार्ड का अवलोकन किया। उन्होंने रीडर, भू अभिलेख, खाद्य शाखा, स्थापना, नाजिर शाखाओं के रिकार्ड का बारीकी से अवलोकन किया और आवश्यक निर्देश दिए। कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने कुकरेल तहसील निरीक्षण के दौरान अपने प्रकरणों के लिए तहसील कार्यालय आए लोगों से भी बात की और जानकारी ली।
कलेक्टर ने अधिकारियों को आगामी खरीफ मौसम को देखते हुए किसानों के प्रकरणों को तेजी से निपटाने के निर्देश दिए है। राजस्व अधिकारी प्रकरणों पर तेजी से कार्रवाई करें, ताकि किसानों को बार-बार पेशी में न आना पड़े। उन्होंने कहा कि भू-राजस्व संहिता के अनुरूप त्वरित निराकरण करें। उन्होंने प्रक्रिया की जानकारी लेते हुए कहा कि यदि किसान आवेदन लेकर पहुंचे तो पहले मार्किंग करें, उसके पश्चात अपने क्षेत्राधिकार के अंतर्गत कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होंने राजस्व अधिकारियों के दायित्वों का बोध कराया।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
