



अनूपपुर, 21 मई (Udaipur Kiran) । जिले में मुख्यमंत्री के संभावित दौरे को देखते हुए बुधवार को कलेक्टर हर्षल पंचोली ने कोतमा विधानसभा के विभिन्न निर्माण कार्यों, आंगनबाड़ी केंद्र, दुग्ध शीत केंद्र, आयुष्मान आरोग्य मंदिर केंद्र, बहुउद्देशीय भवन, सीएम राइज स्कूल का निरीक्षण करते हुए निर्माण एजेंसी एवं विभागीय अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए।
कलेक्टर हर्षल पंचोली ने नगर पालिका बिजुरी के अंतर्गत संचालित दुग्ध शीत केंद्र बिजुरी का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने केंद्र की संपूर्ण कार्यप्रणाली, दूध संग्रहण, प्रसंस्करण एवं भंडारण की व्यवस्था का सूक्ष्मता से अवलोकन किया। इस दौरान अधिकारियों द्वारा कलेक्टर को अवगत कराया गया कि बिजुरी स्थित चिलिंग प्लांट की क्षमता 3000 लीटर है, जहां प्रतिदिन स्थानीय दुग्ध उत्पादकों से दूध एकत्र कर उसका शुद्धिकरण एवं तापीय प्रसंस्करण किया जाता है। तत्पश्चात यह दूध अग्रिम प्रोसेसिंग के लिए जबलपुर भेजा जाता है। दुग्ध केंद्र से जुड़ी समितियों वर्तमान में कुल 16 पंजीकृत दुग्ध समितियों में से केवल 8 समितियाँ ही सक्रिय रूप से दूध का विक्रय कर रही हैं। जिस पर कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि शेष समितियों को भी पुनः सक्रिय किया जाए और अधिक से अधिक किसानों व पशुपालकों को दुग्ध व्यवसाय से जोड़ा जाए।
कलेक्टर ने कहा कि जिले में दुग्ध उत्पादन की अपार संभावनाएं हैं, जिन्हें सही दिशा देने हेतु व्यापक प्रयास किए जाने चाहिए। इससे न केवल स्थानीय किसानों की आय में वृद्धि होगी, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी सशक्त किया जा सकेगा। किसानों को तकनीकी जानकारी, प्रशिक्षण एवं संसाधन उपलब्ध कराकर उन्हें दुग्ध उत्पादन में प्रेरित किया जाए, ताकि आने वाले समय में जिले को दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाया जा सके।
ग्राम रेउसा के निर्मणाधीन बहुउद्देशीय भवन का निरीक्षण
जनपद पंचायत कोतमा अंतर्गत ग्राम पंचायत रेउसा स्थित बैगा बाहुल्य क्षेत्र में निर्माणाधीन बहुउद्देशीय भवन का निरीक्षण किया। इस दौरान भवन में प्रस्तावित आंगनबाड़ी केंद्र, मल्टीपरपज हॉल, एएनएम कक्ष एवं प्रधासन सुविधा गृह सहित संपूर्ण भवन परिसर का भ्रमण कर निर्माण की स्थिति का कलेक्टर हर्षल पंचोली ने जायजा लिया।
कलेक्टर ने कार्यपालन यंत्री, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा को निर्देशित किया कि निर्माण कार्य में गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए इसे निर्धारित समयावधि में पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि भवन पूर्ण होने के पश्चात इसका हस्तांतरण राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन एवं अन्य संबद्ध विभागों को किया जाए, जिससे इसका समुचित एवं बहुउद्देशीय उपयोग हो सके। उन्होंने ग्राम पंचायत रेउसा के सरपंच से गांव में निवासरत बैगा जनजातीय परिवारों एवं उन्हें प्रदत्त शासकीय योजनाओं के लाभ की जानकारी में सरपंच ने बताया कि ग्राम में कुल 22 बैगा परिवार निवासरत हैं, जिन्हें शासन की विभिन्न योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना, खाद्यान्न सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं एवं पेंशन योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
निर्माणाधीन सीएम राइज स्कूल निगवानी का किया निरीक्षण
कलेक्टर ने जनपद पंचायत कोतमा के ग्राम निगवानी में निर्माणाधीन सीएम राइज स्कूल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान स्कूल के संपूर्ण क्षेत्र, निर्माण की गुणवत्ता, ढांचे की डिजाइन, लेआउट, बाउंड्री वॉल तथा विद्यालय परिसर अन्य विभिन्न बिल्डिंग संरचनाओं की जानकारी ली। जिस पर अधिकारियों द्वारा अवगत कराया कि सीएम राइज स्कूल का निर्माण कुल 29.5 एकड़ क्षेत्र में किया जा रहा है, जिसमें शैक्षणिक भवन के साथ-साथ छात्रावास, कैंटीन, खेल परिसर, कैंटीन सहित अन्य विभिन्न सुविधाएं सम्मिलित होंगी। यह विद्यालय एक सर्वसुविधायुक्त शिक्षा परिसर के रूप में विकसित किया जा रहा है, जो विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करेगा। जिस पर कलेक्टर ने निर्देशित किया कि निर्माण कार्यों में उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए एवं निर्धारित समयावधि में सभी कार्य पूर्ण किए जाएं, जिससे आगामी शैक्षणिक सत्रों में विद्यार्थियों को नवीनतम सुविधाओं सहित शिक्षा प्राप्त हो सके। संबंधित एजेंसी व विभागीय अधिकारियों को नियमित निगरानी एवं कार्य प्रगति की समीक्षा करने के भी निर्देश दिए।
आंगनबाड़ी केंद्र रेउसा का किया निरीक्षण
जनपद पंचायत कोतमा अंतर्गत ग्राम पंचायत रेउसा स्थित आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से केंद्र में पंजीकृत बच्चों की संख्या, उपस्थिति एवं पोषण आहार वितरण की स्थिति की जानकारी प्राप्त की। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा बताया गया कि केंद्र में कुल 21 बच्चे पंजीकृत हैं, जिनमें से आज के दिन 15 बच्चे उपस्थित रहे। कलेक्टर ने बच्चों की उपस्थिति को संतोषजनक बताते हुए नियमित उपस्थिति करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने पोषण आहार वितरण की प्रक्रिया, गुणवत्ता एवं उपलब्धता के संबंध में भी जानकारी कर निर्देशित किया कि बच्चों को समय पर पौष्टिक आहार प्रदान किया जाए तथा पोषण कार्यक्रमों की नियमित निगरानी की जाए, जिससे कुपोषण की रोकथाम की दिशा में ठोस कार्य हो सके। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने आंगनबाड़ी परिसर की साफ-सफाई, बच्चों की गतिविधियों तथा शिक्षण सामग्री की उपलब्धता की भी समीक्षा की एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को आवश्यक निर्देश दिए।
नल-जल योजना के अंतर्गत जल संरचनाओं का निरीक्षण
जनपद पंचायत कोतमा अंतर्गत ग्राम पंचायत रेउसा में संचालित नल-जल योजना के अंतर्गत निर्मित जल संरचनाओं का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने ग्राम में स्थापित पानी टंकी तथा बोरिंग मशीन की स्थिति एवं क्रियान्वयन प्रक्रिया का अवलोकन कर संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि ग्रामीणों को नियमित एवं समुचित पेयजल आपूर्ति की बात कहीं। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न हो।
आयुष्मान आरोग्य मंदिर केंद्र का निरीक्षण
ग्राम पंचायत रेउसा में ही संचालित आयुष्मान आरोग्य मंदिर केंद्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने केंद्र की एएनएम से स्वास्थ्य सेवाओं, दवाइयों की उपलब्धता तथा उपचार व्यवस्था की जानकारी ले निर्देशित किया कि केंद्र में आवश्यक दवाइयों, प्राथमिक उपचार सामग्री तथा स्वच्छता की व्यवस्था सुदृढ़ होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि आमजन को समय पर, गुणवत्तापूर्ण एवं सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हों। ग्राम पंचायत स्तर पर सप्ताह में एक दिन आयुष्मान आरोग्य शिविर का आयोजन किया जाए। स्वास्थ्य विभाग एवं ग्राम पंचायत से जुड़े सरपंच एवं सचिव को निर्देशित किया कि आयुष्मान भारत योजना सहित समस्त स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों तक सुनिश्चित रूप से पहुंचे।
(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला
