
पेरिस, 07 जून (Udaipur Kiran) । अमेरिकी टेनिस स्टार कोको गौफ ने शनिवार को फ्रेंच ओपन 2025 के महिला एकल फाइनल में विश्व की नंबर एक खिलाड़ी एरिना सबालेंका को 6-7 (5), 6-2, 6-4 से हराकर अपना पहला रोलां-गैरो खिताब जीत लिया। यह गौफ का दूसरा ग्रैंड स्लैम खिताब है, इससे पहले उन्होंने 2023 यूएस ओपन जीता था।
पहला सेट टाई-ब्रेक में गंवाने के बावजूद गौफ ने शानदार वापसी की और दूसरे सेट में सबालेंका को 6-2 से पछाड़ा। निर्णायक सेट में सबालेंका ने तेज शुरुआत की, लेकिन गौफ ने आत्मविश्वास और निरंतरता के साथ खेलते हुए उन्हें बार-बार बैकहैंड एरर और डबल फॉल्ट करने पर मजबूर किया।
तीसरे सेट में एक उत्कृष्ट रैली के दौरान गौफ ने नेट पर शानदार विनर लगाकर दर्शकों से जमकर तालियां बटोरीं। मैच का निर्णायक मोड़ तब आया जब सबालेंका ने 2-1 की स्थिति में डबल फॉल्ट कर ब्रेक दिया। हालांकि उन्होंने 3-3 पर वापसी की कोशिश की, लेकिन गौफ ने दो और सर्विस होल्ड करते हुए 2 घंटे 38 मिनट में मैच जीत लिया।
जैसे ही सबालेंका ने गौफ के दूसरे मैच प्वाइंट पर बैकहैंड वाइड मारा, गौफ कोर्ट पर गिर पड़ीं और चेहरे को दोनों हाथों से ढक लिया। उन्होंने नेट पर सबालेंका को गले लगाया और फिर फिल्म निर्देशक स्पाइक ली के साथ गले मिलकर जीत का जश्न मनाया। यह वही रोलां-गैरो कोर्ट है, जहां तीन साल पहले गौफ को अपने पहले फाइनल में हार मिली थी।
सिर्फ 21 वर्ष की उम्र में दो ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुकीं गौफ अब विश्व टेनिस में एक स्थायी शक्ति के रूप में स्थापित हो रही हैं। उनकी मानसिक दृढ़ता, कोर्ट पर तेजी, और तकनीकी समझ ने उन्हें आज के युग की सबसे खतरनाक खिलाड़ियों में शुमार कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि इस मुकाबले में एक ऐतिहासिक घटना घटी जो पिछले तीन दशकों में सिर्फ दूसरी बार हुआ, जब फ्रेंच ओपन के महिला एकल फाइनल में विश्व की नंबर 1 और नंबर 2 खिलाड़ी आमने-सामने थीं। इससे पहले 2013 में सेरेना विलियम्स ने मारिया शारापोवा को हराकर यह ऐतिहासिक टकराव जीता था।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
