Haryana

हरियाणा के सात जिलों में जल संकट पर सीएम ने जारी की रिपाेर्ट

– 215 जलघर सूखे, 36 गांवों में वाटर इमरजेंसी

– सरकार ने टैंकरों से शुरू की जल सप्लाई

चंडीगढ़, 3 मई (Udaipur Kiran) । पंजाब द्वारा हरियाणा का पानी रोकने से प्रदेश में जल संकट लगातार गहराता जा रहा है। शनिवार को प्रदेश के सात जिलों में जलसंकट गहराए जाने की रिपोर्ट जारी की गई है। सर्वदलीय बैठक में मुख्यमंत्री नायब सैनी द्वारा पेश की गई रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा के सिरसा,फतेहाबाद, हिसार, कैथल, कुरुक्षेत्र, जींद, भिवानी जिलों में इस समय 4931.9 करोड़ लीटर पेयजल की जरूरत है। इसकी एवज में उक्त जिलों में 764.8 करोड़ लीटर पानी ही उपलब्ध हो रहा है। उक्त जिलों में बने 1712 जलघरों में से 215 जलघर ऐसे हैं जिनमें एक बूंद भी पानी है। उक्त जिलों 36 गांव ऐसे हैं जहां आपतकालीन सुविधा के रूप में टैंकरों से पानी सप्लाई किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा को पानी की कुल आवंटित क्षमता 12.55 मिलियन एकड़ फुट है। जिसकी एवज में हरियाणा को कुल 10.67 एमएएफ ही पानी मिल रहा है। वहीं पंजाब को कुल 14.67 एमएएफ जल आवंटित किया गया है। जिसकी एवज में पंजाब 17.15 एमएएफ पानी का उपयोग कर रहा है। हरियाणा को उसके आवंटित हिस्से का 17 प्रतिशत कम पानी मिल रहा है।

नायब सैनी ने कहा कि एसवाईएल का निर्माण न होने के कारण भी हरियाणा पानी के आवंटित 3.5 एमएएफ हिस्से में से केवल 1.62 एमएएफ पानी का ही उपयोग कर पा रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्यों की मांग हर 15 दिन में कम ज्यादा होती रहती है। जिसका आंकलन तकनीकी कमेटी द्वारा किया जाता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2016,17,18,19 में बांध का जलस्तर सबसे कम रहा है। तब भी हरियाणा को पूरा पानी मिला है। इस समय उन वर्षों के मुकाबले जल स्तर कही ज्यादा है। फिर भी पंजाब सरकार राजनीति करते हुए पानी को रोक रही है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि 2019 में जलस्तर 1623 फुट था तो उस समय 0.553 एमएएफ पानी फालतू होने के कारण फैंकना पड़ा। उससे पहले 2015-16 में पानी फैंकना पड़ा था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा ने कभी अपने हक से अधिक नहीं मांगा है। बीबीएमबी ने हरियाणा का कोटा तैय किया है। सैनी ने एक रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि वर्ष 2022, 23,24 में अप्रैल व मई माह में हरियाणा कांटेक्ट प्वाइंट पर नौ हजार क्यूसेक से कम पानी नहीं दिया गया। अब इस मुद्दे को क्यों तूल दी जा रही है।

बच्चा होने के बाद तो खाना भी खाते हैं

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने पंजाब के मुख्यमंत्री के बयान की वायरल वीडियो पर भी आज पलटवार किया। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की पत्नी कुरूक्षेत्र जिला के पिहोवा की हैं। इस नाते से एक कार्यक्रम में नायब सैनी ने उन्हें रिश्तेदार और उनकी पत्नी को हरियाणा की बेटी कहा था। जिसके जवाब में भगवंत मान ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम में कहा कि हरियाणा के लोग तो बेटी के घर का पानी भी नहीं पीते हैं और नायब सैनी पूरी नहर मांग रहे हैं।

इसके जवाब में शनिवार को नायब सैनी ने कहा कि भगवंत मान हरियाणा के दामाद हैं लेकिन उन्हें पूरी परंपरा का नहीं पता है। बेटी के बच्चा होने के बाद मायके वालों के घर पानी ही नहीं पीते बल्कि खाना भी खा लेते हैं। इस लिहाज से ही सही भगवंत मान को अपनी ससुराल के लोगों को पानी देना चाहिए।

हरियाणा को मई माह में कब मिला कितना पानी

वर्ष भाखड़ा में जल स्तर हरियाणा को मिला पानी

2016 1557.75 फुट 09312 क्यूसेक

2017 1543.28 फुट 09266 क्यूसेक

2018 1533.04 फुट 08135 क्यूसेक

2019 1623.64 फुट 10183 क्यूसेक

2020 1587.55 फुट 09489 क्यूसेक

2021 1522.02 फुट 08378 क्यूसेक

2022 1561.09 फुट 09780 क्यूसेक

2023 1567.96 फुट 0963

2024 1565.26 फुट 10062

2025 1555.77 फुट 00000

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(Udaipur Kiran) शर्मा

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