कोलकाता, 21 जनवरी (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को मालदा जिले में आयोजित एक सभा में अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी बीएसएफ की है और स्थानीय लोगों से आग्रह किया कि अगर सीमा क्षेत्र में कोई समस्या हो, तो वे वहां जाने से बचें।
यह बयान 18 जनवरी को मालदा जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास बीएसएफ की चौकी के निकट हुए तनाव के बाद आया है। बताया गया कि वहां किसानों के बीच हुई कहासुनी ने झड़प का रूप ले लिया था।
ममता बनर्जी ने स्थानीय प्रशासन और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी और कहा कि ऐसे लोगों पर नजर रखें जो भारत में घुसपैठ करने या होटल के कमरों में संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त हो सकते हैं। उन्होंने कहा, सीमा की सुरक्षा का कार्य बीएसएफ का है। मैं लोगों से अपील करती हूं कि यदि सीमा क्षेत्र में कोई समस्या दिखे, तो वहां जाने से बचें।
मालदा जिला बांग्लादेश के साथ सीमा साझा करता है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर भारत और बांग्लादेश के रिश्तों को मजबूत करने की उम्मीद भी जताई। उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है कि हमारे बांग्लादेश के साथ संबंध और बेहतर होंगे।
हालांकि, हाल ही में सचिवालय में आयोजित प्रशासनिक समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने बीएसएफ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि वह घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह केंद्र सरकार के राज्य को अस्थिर करने के ब्लूप्रिंट का हिस्सा है।
बीएसएफ ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि वह देश की सीमा को पूरी निष्ठा के साथ सुरक्षित रखती है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर