टोक्यो, 10 दिसंबर (Udaipur Kiran) । अगले साल की गर्मियों से जापान की माउंट फूजी की चढ़ाई करना महंगा हो सकता है। साथ ही कुछ नए प्रतिबंध भी लागू हो सकते हैं। समुद्र तट से 3776 मीटर की ऊंचाई पर स्थित माउंट फूजी जापान की सबसे ऊंची चोटी है। यह पर्वत 2013 से यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट की सूची में शामिल है। यह चोटी लगभग एक लाख साल पहले शुरू हुई ज्वालामुखी गतिविधि का परिणाम है। आज माउंट फूजी और आसपास का क्षेत्र लंबी पैदल यात्रा और कैंपिंग के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। जापान टुडे समाचार पत्र के अनुसार, माउंट फूजी की चोटी तक पहुंचने के लिए मुख्यतः चार पैदल मार्ग तय किए जाते हैं। टोक्यो से सबसे लोकप्रिय आसान मार्ग योशिदा ट्रेल है। यह यामानाशी प्रांत से शुरू होता है। अन्य तीन मार्ग, सुबाशिरी, गोटेम्बा और फुजिनोमिया ट्रेल्स हैं। यह सभी शिजुओका से शुरू होते हैं। यामानाशी प्रांत के बाद शिजुओका ने भी पैदल मार्ग पर शुल्क लगाने का प्रस्ताव किया है। कुछ समय तक योशिदा ट्रेल के लिए 1,000 येन देने पड़ते थे। हालांकि यह स्वैच्छिक था। पिछले साल मई में यामानाशी ने योशिदा ट्रेल का उपयोग करने वाले प्रति व्यक्ति के लिए 2,000 येन शुल्क अनिवार्य कर दिया था। पिछले महीने फुजिसन वर्ल्ड कल्चरल हेरिटेज काउंसिल की बैठक में चारों पैदल मार्गों के प्रवेश नियमों को मानकीकृत करने के लिए एक रूपरेखा तैयार की गई। इसके लिए पगडंडियों को छोड़कर अन्य मार्ग के लिए 3,000, 4,000 और 5,000 येन शुल्क रखने का प्रस्ताव किया गया। परिषद ने पगडंडियों से चोटी पर चढ़ने के लिए प्रति व्यक्ति 4,000 येन पर समझौता किया।यामानाशी प्रांत ने शाम चार बजे से सुबह तीन बजे के बीच ट्रेल्स में प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा। अधिकारियों ने कहा कि यह निर्णय बुलेट क्लाइंबिंग को हतोत्साहित करने के लिए किया गया। प्रस्ताव को प्रांतीय असेंबली की बैठक में आधिकारिक तौर पर फरवरी में प्रस्तुत किए जाने की उम्मीद है। यदि मंजूरी मिल जाती है तो यह 2025 की गर्मियों से प्रभावी हो जाएगा।———–
(Udaipur Kiran) / मुकुंद