नौकरी बहाली के लिए मांगी थी डेढ़ लाख की रिश्वत, आरोप
झांसी, 24 दिसंबर (Udaipur Kiran) । बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में ट्रांसफर और पोस्टिंग के नाम पर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। इस मामले में 50,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए कनिष्ठ लिपिक को एंटी करप्शन टीम ने गिरफ्तार किया है। हालांकि इस मामले में एक लेटर भी वायरल हो रहा है जिसमें दाे दिन पहले ही पीड़ित शिक्षिका की बहाली दिखाई जा रही है।
शिकायतकर्ता राकेश पाठक ने बताया कि उनकी पत्नी जाग्रति पाठक चिरगांव ब्लॉक के पच्चरगढ़ विद्यालय में प्रधानाध्यापक है। उनके ऊपर समय से स्कूल न आने,मेनू के अनुसार मध्यान भोजन न बनवाने,एमडीएम घर ले जाने और अभद्र भाषा का प्रयोग करने जैसे आरोप लगाते हुए निलंबन किया गया था। उसके बाद बर्खास्त करने के लिए भी नोटिस जारी किया गया था। बहाल करने के लिए लिपिक रमाशंकर द्वारा उनसे डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत मांगी गई थी। आज लिपिक को एंटी करप्शन टीम ने 50 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। बाद में उसे थाना सदर बाजार लाया गया जहां रमाशंकर से पूछताछ की जा रही है। शिकायत करने वाले राकेश पाठक ने बताया कि महिला की नौकरी बहाल करने के लिए पैसे की डिमांड हो रही थी।
इसके इतर जाग्रति पाठक को बहाल किये जाने का एक लेटर वायरल हो रहा है। जिसमें जाग्रति को 21 दिसंबर को ही बहाल कर दिया गया है। इसमें आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि यदि शिक्षिका की बहाली दो दिन पूर्व ही हो चुकी है तो भला फिर आज लिपिक किस बात की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है। फिलहाल चर्चाओं के बीच देर रात तक लिपिक के खिलाफ कार्रवाई प्रचलन में थी।
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(Udaipur Kiran) / महेश पटैरिया