कानपुर, 02 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्म दिवस पर राष्ट्रीय शर्करा संस्थान एवं सीएसए में स्वच्छता अभियान चलाया गया। इसके साथ ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सूत्रवाक्य स्वच्छता ही सेवा के तहत विविध कार्यक्रम आयोजित किये गये, जिसमें अधिकारियों, कर्मचारियों व छात्र छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस दौरान स्वच्छता को लेकर शपथ भी दिलाई गई और जागरुकता के लिए रैली भी निकाली गई।
राष्ट्रीय शर्करा संस्थान कानपुर में 14 सितंबर से 2 अक्टूबर तक स्वच्छता ही सेवा-2024 कार्यक्रम मनाया गया। इस अवधि में संस्थान में कार्यरत अधिकारियों, कर्मचारियों एवं संस्थान के विभिन्न पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सूत्रवाक्य स्वच्छता ही सेवा के तहत विविध क्रिया-कलापों यथा-साफ-सफाई हेतु शपथ, विभिन्न स्थानों पर मिलकर सफाई, नुक्कड़ नाटक आदि कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। अधिकारियों, कर्मचारियों एवं संस्थान के विभिन्न पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं ने स्वच्छता जागरुकता रैली निकाली।
राष्ट्रीय शर्करा संस्थान की निदेशक प्रो. सीमा परोहा ने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ आत्मा का वास होता है। यदि हमारे चारों तरफ साफ-सफाई रहेगी तो हमारा शरीर स्वस्थ रहेगा और इलाज पर खर्च होने वाली भारी-भरकम राशि से बचाव होगा। साथ ही हम बापू के सपनों को साकार भी कर पायेंगें। इस अवसर पर आयोजित स्वच्छता कार्यक्रम में संस्थान के अशोक कुमार गर्ग, बृजेश कुमार साहू, डॉ.लोकेश बाबर, अखिलेश कुमार पांडे, मिहिर मण्डल, कुलदीप राणा एवं संस्थान के समस्त अधिकारी, कर्मचारी गण और छात्र-छात्राओं आदि ने उल्लेखनीय योगदान दिया।
पुष्पांजलि अर्पित कर याद किये गये राष्ट्रपिता
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155वीं जयंती के अवसर पर चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) में गांधी पर्व/अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस का आयोजन किया गया। कुलपति डा. आनंद कुमार सिंह ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस दौरान बापू जी के प्रिय भजन रघुपति राघव राजा राम….. तथा मुझे तूने मालिक बहुत कुछ दिया है…….एवं दे दी हमें आजादी बिना खडक बिना ढाल, साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल……..गाने गाकर सब को मंत्रमुग्ध कर दिया। कुलपति ने कहा कि बापू ने अहिंसा के दम पर अंग्रेजों से देश को आजाद करा दिया। इसलिए बापू आज भी लोगों के दिलों में बसते हैं। डा.सिंह ने कहा कि बापू ने बैरिस्टर की डिग्री प्राप्त कर बड़ा अफसर बनना उचित नहीं समझा। बल्कि अपना पूरा जीवन देश और समाज की सेवा में समर्पित कर दिया।
इस अवसर पर छात्र छात्राओं द्वारा वाद विवाद, स्लोगन एवं पोस्टर प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इस दौरान विश्वविद्यालय के सभी निदेशक, अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, वैज्ञानिक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / अजय सिंह