मुंबई, 15 मई (Udaipur Kiran) । मुंबई महानगरपालिका ने देवनारडंपिंग ग्राउंडसे कचरे के ढेर को साफ करने का निर्णय लिया है। यह सफाई बायोमाइनिंग के माध्यम से की जाएगी। इसके लिए मनपा ने बुधवार को2,368करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया। यह कदम धारावी पुनर्वास परियोजना के तहत शेष बचे रहवासियों को स्थानांतरित करने के लिए उठाया गया है।
महाराष्ट्र सरकार ने धारावी पुनर्विकास परियोजना के लिए अक्टूबर2024में311एकड़ में फैले देवनार डंपिंग ग्राउंड का124एकड़ हिस्सा आवासीय इमारतों के निर्माण के लिए आवंटित किया था। धारावी पुनर्विकास परियोजना का टेंडर अदानी कंपनी को दिया गया है। हालांकि देवनार डंपिंग ग्राउंड की जमीन को लेकर सवाल उठते रहे हैं। फिलहाल देवनार डंपिंग ग्राउंड की271एकड़ भूमि को साफ़ करने का निर्णय है। इसमें भूमि का वह हिस्सा भी शामिल है जहां अपशिष्ट-से-ऊर्जा (डब्ल्यूटीई) और जैव-सीएनजी संयंत्र लगाए जाने हैं। जमीन के उस हिस्से से185लाख मीट्रिक टन कचरा हटाया जाएगा। इस काम के लिए 1,200वाहन तैनात किए जाएंगे और प्रतिदिन2,300मीट्रिक टन कचरा साफ किया जाएगा। पूरे डंपिंग ग्राउंड को साफ करने में 3 साल लगेंगे.
बायोमाइनिंग प्रक्रिया में हवा और सूरज की रोशनी जैसे प्राकृतिक तत्वों की मदद से कचरे को रीसाइकिल किया जाता है। कभी-कभी सूक्ष्मजीवों का भी उपयोग किया जाता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के अनुसारहर घंटे लैंडफिल से लगभग6,200किलोग्राम मीथेन उत्पन्न होता है,जिससे देवनार देश के शीर्ष22मीथेन हॉटस्पॉट में से एक बन गया है। सीपीसीबी के नियमों के अनुसार डब्ल्यूटीई संयंत्रों और आवासीय क्षेत्रों के बीच कम से कम500मीटर की दूरी बनाए रखी जानी चाहिए। डंपिंग ग्राउंड की सीमा से100मीटर का नो-डेवलपमेंट ज़ोन बनाए रखना होगा।
—————
(Udaipur Kiran) / वी कुमार
