Haryana

नाैकरी ज्वाइन करने से पहले ही 43 क्राफ्ट इंस्ट्रक्टर की दावेदारी की खारिज

फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र लगाकर हासिल की थी नौकरी

चंडीगढ़, 18 सितंबर (Udaipur Kiran) । हरियाणा सरकार ने दो स्तरीय जांच के दौरान 43 आईटीआई इंस्ट्रक्टरों के फर्जी अनुभव प्रमाणपत्र लगाने के आरोप में नौकरी ज्वाइन करवाने से रोक दिय और उनकी दावेदारी को खारिज कर दिया। कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग ने सभी आवेदकों के सामूहिक रूप से बर्खास्तगी के आदेश जारी कर दिए हैं। इस फर्जीवाड़े का खुलासा चयन के बाद ज्वाइनिंग से पहले दस्तावेजों की जांच के दौरान हुआ है।

कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग हरियाणा की तरफ से जारी आदेशों के अनुसार वर्ष 2019 में विभाग ने विभिन्न पदों पर क्राफ्ट इंस्ट्रक्टर भर्ती किए गए थे। जिनमें फिटटर, वेल्डर, टर्नर, इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर, वायरमैन, मैकेनिक व मैकेनिकल आदि शामिल थे। इन 43 अभ्यर्थियों ने धीमान इलेक्ट्रो इंजीनियरिंग वर्क्स तथा धीमान मैकेनिकल इंजीनियरिंग वर्क्स के अनुभव प्रमाण पत्र लगाए गए थे। नियुक्ति के दौरान विभाग ने प्रमाण पत्रों की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया। उक्त कमेटी ने प्रमाण पत्रों की वेरीफिकेशन के लिए जब अभ्यर्थियों को बुलाया तो वह ईपीएफ व ईएसआई से संबंधित कोई अकाउंट स्टेटमेंट अपने अनुभव प्रमाण पत्रों के साथ नहीं दिखा सके। इसके बाद विभाग को जब संदेह हुआ तो विभाग ने एक और कमेटी का गठन करके भर्ती हुए इंस्ट्रक्टरों के प्रमाण पत्रों की फिजिकल जांच के आदेश जारी कर दिए। इस आदेश के बाद कमेटी ने वेतन तथा हाजिरी के रिकॉर्ड का मिलान शुरू किया। कमेटी ने जब प्रमाण पत्र जारी करने वाली कंपनियों का दौरा किया तो वहां किसी प्रकार का हाजिरी रिकार्ड तथा वेतन का रिकॉर्ड भी नहीं मिला। जांच में पता चला कि प्रमाण पत्र जारी करने वाली एक कंपनी लेबर वर्क के लिए मैनपावर सप्लाई करने का काम करती है। दूसरी कंपनी में जांच के दौरान ताला लगा मिला और वहां केवल दो कर्मचारी बैठे मिले। जो जांच कमेटी के किसी भी सवाल का जवाब नहीं दे सके।

जांच कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार अनुभव प्रमाणपत्र पूरी तरह से फर्जी थे। इसके आधार पर कार्रवाई करते हुए सरकार ने विज्ञापन संख्या 12/2019 के माध्यम से आवेदन करने वाले 43 अभ्यर्थियों की दावेदारी को खारिज कर दिया। विभाग ने यह भी साफ कर दिया है कि उक्त अभ्यर्थियों के साथ अब किसी तरह का पत्राचार मान्य नहीं होगा।

—————

(Udaipur Kiran) शर्मा

Most Popular

To Top