नई दिल्ली, 15 दिसंबर (Udaipur Kiran) । सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी (पीएसयू) कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) ने पिछले एक दशक में कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) पहलों पर 5,570 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
कोल इंडिया के चेयरमैन पी एम प्रसाद ने रविवार को कोलकाता में तीसरा सीआईएल सीएसआर कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि कंपनी शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, कौशल विकास, खेल और महिला सशक्तीकरण पर ध्यान केंद्रित कर रही है। प्रसाद ने कहा कि सीआईएल सीएसआर गतिविधियों के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि पिछले दशक के दौरान अखिल भारतीय स्तर पर स्वास्थ्य और शिक्षा को केंद्र में रखते हुए 5,570 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
भारत के सीएसआर कानून और कोल इंडिया के सीएसआर के संस्थागत स्वरूप लेने के एक दशक पूरा होने पर आयोजित तीसरा सीआईएल सीएसआर कॉन्क्लेव का उद्घाटन पश्चिम बंगाल के राज्यपाल और कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. सी वी आनंद बोस ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कोल इंडिया लिमिटेड की सीएसआर पहलों की सराहना की। सीआईएल की सामाजिक प्रतिबद्धता का जिक्र करते हुए बोस ने कहा कि हम एक परिवर्तनकारी युग में जी रहे हैं, हमें सीमाओं से परे देखना होगा जो संबंधों को बनाने के लिए आवश्यक है।
इस अवसर पर कोयला मंत्रालय के सचिव और विशिष्ट अतिथि विक्रम देव दत्त ने कहा कि सीएसआर सीआईएल और उसकी सहायक कंपनियों के लिए विश्वास का एक अभिलेख है और जनवरी से शुरू होकर हर महीने थीम-आधारित सीएसआर होगा। वहीं, सीआईएल के निदेशक (कार्मिक) विनय रंजन ने कहा कि सीआईएल सीएसआर पर सूक्ष्मतम फोकस के लिए 2014 में सामुदायिक विकास कैडर शुरू करने वाला भारत का पहला सीपीएसई है।
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(Udaipur Kiran) / प्रजेश शंकर