
बलरामपुर/सूरजपुर, 8 मई (Udaipur Kiran) । सूरजपुर जिले के रामानुजनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत बासबाड़ी में 26 अप्रैल को एक नाबालिग बच्ची का शव संदिग्ध अवस्था में मिला था। जिसके बाद सूचना पर पहुंची पुलिस, एफएसएल और डॉग स्क्वाड टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर बारीकी से जांच की। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया और मार्ग कायम कर अज्ञात आरोपित के खिलाफ केस दर्ज कर जांच में जुटी थी।
बीते देर रात सूरजपुर पुलिस ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि, डीआईजी व एसएसपी प्रशांत कुमार ठाकुर ने मामले की गंभीरतापूर्वक विवेचना कर आरोपित की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तारी के लिए रामानुजनगर और साइबर सेल की ज्वाइंट टीम गठित की। टीम ने विवेचना के दौरान मृतका के परिजनों सहित कई लोगों से पूछताछ की। पुलिस को पूछताछ के बाद बासबाड़ी के चौकीदार शिवराम के ऊपर शक हुआ। जिसके बाद चौकीदार को तलब कर कड़ाई से पूछताछ की गई। जिसमें पुलिस को उसने हर बार गुमराह करने की कोशिश की। एफएसएल की टीम की मदद से चौकीदार के पास रखे टांगी की जांच की गई। टांगी में खून के निशान मिले, जिसे टीम ने मृतिका के डीएनए से मिलाया। रिपोर्ट में चौकीदार के टांगी का ब्लड और मृतिका का ब्लड मैच कर गया।
आरोपित ने बताया कि, 25 अप्रैल की सुबह बासबाड़ी का चौकीदारी करने गया था। जहां एक नाबालिग बच्ची को साइकिल से जाते देख और उसकी नीयत खराब हो गई। बच्ची को रोककर उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की। बच्ची ने इसका विरोध कर पूरे गांव को उसकी गंदी नियत के बारे बताने की धमकी देने लगी। इससे डरकर आरोपित ने अपने पास रखे टांगी से हमला कर हत्या कर दिया। हत्या करने के बाद शव को गढ्ढे में छिपकर बच्ची की साइकिल व टिफिन को फेंकने के लिए चल दिया।
इसके बाद आरोपित को शक हुआ कि, गढ्ढे में शव मिलने से फंस सकता है। जिसके बाद वापस आकर गढ्ढे से शव निकाला और कुछ दूरी पर उसे फेंक दिया। पुलिस का ध्यान भटकाने के लिए बच्ची को निर्वस्त्र कर दिया। वहीं मृतिका के साइकिल को लेकर साल्ही बांध में फेंक दिया और खुद नहाकर कपड़े में लगे खून के धब्बे को साफ कर लिया।
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपित के विरुद्ध प्राथमिकी में साक्ष्य छिपाने का धारा जोड़ा गया। जिसके बाद आरोपित चौकीदार शिवराम (60 वर्ष) को गिरफ्तार कर बुधवार देर शाम जेल भेज दिया गया।
(Udaipur Kiran) / विष्णु पाण्डेय
