-क्षेत्रवासियों के स्वास्थ्य जांच के लिए लगेगा नि:शुल्क शिविर
-खेलकूद, सांस्कृतिक कार्यक्रम व पहाड़ी व्यंजन हाेंगे आकर्षण का केन्द्र
देहरादून/पौड़ी, 18 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । हर वर्ष की तरह इस बार भी जनपद पौड़ी गढ़वाल के रावत गांव में रन भुला-रन भुली कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। यहां आगामी 19 और 20 अक्टूबर को आसपास के 13 गांवों के बच्चे, युवा, महिलाएं और वरिष्ठ नागरिक दौड़ लगाएंगे। इस मौके पर दो दिवसीय खेलकूद प्रतियोगिताओं के साथ ही रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र रहेंगे।
त्रियंबक फाउंडेशन से जुड़े व आयोजक मेजर गोर्की चंदोला ने बताया कि चार वर्ष से उत्तराखंड के गांववासियों के लिए इस तरह के कई कार्यक्रम कराए जाते हैं। पौड़ी गढ़वाल के रावत गांव में 19 और 20 अक्टूबर को रन भुला-रन भुली कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि युवाओं के लिए आठ और पांच किलोमीटर की दौड़ होगी, जबकि वरिष्ठ नागरिकों के लिए 100 मीटर की दौड़ विशेष रहेगी। रस्सा-कस्सी खेल में क्षेत्रीय महिलाएं भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगी। इसके अलावा आसपास के विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं के लिए कला प्रतियोगिता होगी।
मेजर चंदोला ने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य गांव के युवाओं, बच्चों, महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों में उत्साह और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करना है, जिससे वे अपनी प्रतिभा को पहचानकर उसे दिशा देने योग्य बना सकें। इसके बाद, त्रियंबक फाउंडेशन उन्हें उनकी क्षमता और प्रतिभा के अनुसार मंच प्रदान करेगा। उन्होंने बताया कि जल्द ही गांव में एक और महिला सशक्तिकरण के लिए प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किया जाएगा, वहीं युवाओं को साहसिक गतिविधियों से जोड़ने का काम भी किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय युवाओं को पर्वतारोहण और कैंप सेटअप का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण देश के प्रसिद्ध नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (एनआईएम इंडिया) के विषय विशेषज्ञ देंगे। उन्होंने बताया कि भुला-रन भुली कार्यक्रम में विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट पहाड़ी व्यंजन के फूड स्टॉल भी लगाए जाएंगे, जिसमें पहाड़ी मिष्ठान, रायता, पकोड़ी, स्वाले, अरसे, मिस्सी रोटी, रोटाना आदि शामिल होंगे।
महिला प्रौद्योगिकी पार्क का होगा शिलान्यास
उन्होंने बताया कि विशेष रूप से महिला प्रौद्योगिकी पार्क का शिलान्यास भी किया जाएगा। पार्क का मुख्य उद्देश्य क्षेत्रीय महिलाओं को स्वावलंबी बनाते हुए उनके भीतर छिपी प्रतिभा को निखारकर उन्हें पहचान दिलाना है। इसके लिए उन्हें औद्योगिक प्रशिक्षण के साथ ही व्यक्तित्व विकास के गुर भी सिखाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए एक नि:शुल्क चिकित्सा शिविर भी लगाया जाएगा। इस शिविर में देहरादून के ग्राफिक इरा अस्पताल के चिकित्सक स्वास्थ्य परीक्षण करेंगे और नि:शुल्क दवा के साथ परामर्श भी देंगे।
(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार