जम्मू, 17 जुलाई (Udaipur Kiran) । स्थानीय आबादी के उत्थान के अपने निरंतर प्रयासों के तहत भारतीय सेना ने युवाओं विशेष रूप से राजौरी जिले के इचिनी के ऊंचे इलाकों में रहने वाले गुज्जर बकरवाल समुदाय के बच्चों को जोड़ने और प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एक समर स्कूल कार्यक्रम शुरू किया है।
शुरू हुए समर स्कूल में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए जिनमें कई लड़कियाँ भी शामिल थीं जिन्होंने शैक्षिक और मनोरंजक गतिविधियों में उत्सुकता से भाग लिया। यह पहल सेना के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करने को रेखांकित करती है जो इन दूरदराज के क्षेत्रों में आबादी के पूरे स्पेक्ट्रम को शामिल करने के लिए अपना समर्थन बढ़ाती है।
शैक्षणिक और चंचल दोनों तरह से डिज़ाइन की गई कक्षाओं ने सीखने के लिए एक संतुलित दृष्टिकोण प्रदान किया जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि बच्चे बहुमूल्य ज्ञान प्राप्त करते हुए अपने समय का आनंद लें। पाठ्यक्रम में बुनियादी शिक्षा, इंटरैक्टिव सत्र और युवा उपस्थित लोगों के बीच रचनात्मकता और टीम वर्क को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विभिन्न गतिविधियाँ शामिल थीं।
माता-पिता और समुदाय के नेताओं ने भारतीय सेना के प्रयासों की सराहना की और कहा कि इस तरह की पहल से बच्चों के भविष्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इन चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में शिक्षा के अवसर प्रदान करके सेना युवाओं की आकांक्षाओं और क्षमता को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा / बलवान सिंह