
धमतरी, 28 मई (Udaipur Kiran) । जिला अस्पताल के ओपीडी में 28 मई को बाल मधुमेह क्लिनिक का शुभारंभ किया गया। इस क्लिनिक में बाल मधुमेह के दो नए मरीज पंजीकृत किया गया। प्रदेश में 2017 से मुख्यमंत्री बाल मधुमेह योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के अंतर्गत जिला अस्पताल धमतरी में 36 बच्चे बाल मधुमेह के पंजीकृत हैं। जिनका उपचार जिला अस्पताल में जारी है।
बुधवार को बाल मधुमेह क्लिनिक शुभारंभ के अवसर पर उपस्थित नोडल अधिकारी एनसीडी डा आभा हिशीकर ने बताया कि मुख्यमंत्री बाल मधुमेह सुरक्षा योजना के तहत टाइप वन ( टी 1 डी) से ग्रसित बच्चे जो पूरी इंसुलिन पर निर्भर है। उन बच्चों का उपचार जिला अस्पताल धमतरी के कक्ष क्रमांक 106 में उपचार शुरू हो गया है। बाल मधुमेह से ग्रसित बच्चों को निश्शुल्क इंसुलिन, इंसुलिन पेन डिवाइस, ग्लूकोमीटर, ग्लूकोस्ट्रिपर से नियमित जांच करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा । जिससे बच्चों में होने वाले गंभीरता को समय पर रोका जा सके। इस योजना के अंतर्गत टाइप वन डायबिटीज से ग्रसित बच्चों का पंजीयन करके शासन से मिलने वाली सुविधा का लाभ दिलाना मुख्य लक्ष्य है। आज बाल मधुमेह के दो नए मरीज पंजीकृत किया गया है। इस अवसर पर शिशु रोग विशेषज्ञ डा रवि किरण शिंदे, भागेश्वर लोधी, नोमनारायण सिन्हा, सुमन देवांगन, लेमिन ध्रुव, नेहा निर्मलकर उपस्थित थे।
पेशेंट सपोर्ट ग्रुप की पहली बैठक हुई
बुधवार को सीएमएचओ कार्यालय में बाल मधुमेह से ग्रसित बच्चों के लिए जिले में बनाए गए पेशेंट सपोर्ट ग्रुप की पहली बैठक संपन्न हुई। जिसमें मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डा यू एल कौशिक, जिला कार्यक्रम प्रबंधक प्रियंका कंवर, जिला एनसीडी सलाहकार डा श्रीकांत चंद्राकर, यूनिसेफ राज्य सलाहकार विष्णु गुप्ता प्रमुख रूप से उपस्थित थे। डाॅ. यूएल कौशिक ने बैठक में उपस्थित सभी मरीजों को बाल मधुमेह योजना अंतर्गत निशुल्क इंसुलिन, पेन, ग्लूकोस्ट्रिपर एवं ग्लुकोमीटर प्रदाय किए जाने के संबंध में जानकारी दिया गया। इसके साथ ही इंसुलिन के रख रखाव तथा खानपान से संबधित जानकारी दी। इसके बाद सभी पंजीकृत बाल मधुमेह के मरीजों को निश्शुल्क इंसुलिन किट प्रदान किया गया।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
