


– बिलासीपारा थर्मल पॉवर प्लांट स्थल का मुख्यमंत्री ने किया निरीक्षण
गुवाहाटी, 15 मई (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने गुरुवार को धुबड़ी जिले के बिलासीपारा सह जिला अंतर्गत चिराकुटा चरुवा बक्रा में प्रस्तावित थर्मल पॉवर प्लांट के स्थल का दौरा किया। उनके साथ विद्युत मंत्री प्रशांत फूकन, धुबड़ी के आयुक्त दिवाकर नाथ और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
लगभग 3,300 बीघा, 2 कट्ठा और 15 लेसा क्षेत्रफल वाले इस स्थल के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने परियोजना को शीघ्र क्रियान्वित करने के लिए आवश्यक प्रारंभिक विकास कार्यों को आरंभ करने के निर्देश आयुक्त को दिए। उन्होंने पहुंच मार्ग और अन्य बुनियादी ढांचागत आवश्यकताओं की समीक्षा भी की।
डॉ. सरमा ने यह भी आश्वासन दिया कि यदि परियोजना के कारण किसी परिवार को विस्थापित होना पड़े, तो राज्य सरकार उन्हें पुनर्वास के लिए वैकल्पिक भूमि उपलब्ध कराएगी।
ज्ञात हो कि राज्य सरकार ने वर्ष 2035 तक पांच हजार मेगावाट की थर्मल ऊर्जा उत्पादन क्षमता प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस दिशा में ‘असम थर्मल पावर जनरेशन प्रोडक्ट प्रमोशन पॉलिसी 2025’ लाई गई है, जिसके अंतर्गत अब तक 7,730 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इस नीति के क्रियान्वयन के लिए असम पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड को नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया है।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने ग्वालपाड़ा जिले में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज, अस्पताल और एनर्जी पार्क के स्थलों का दौरा किया। बालिजाना राजस्व सर्कल के भंडारा गांव में मेडिकल कॉलेज हेतु चिन्हित स्थल का निरीक्षण करते हुए मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग से कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने सहित कई मुद्दों पर चर्चा की।
मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि ग्वालपाड़ा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का निर्माण कार्य इसी वित्तीय वर्ष में शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले में मेडिकल कॉलेज स्थापित करने की सरकार की योजना के तहत ग्वालपाड़ा के लोगों को अपने ही जिले में आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
मुख्यमंत्री के साथ इस दौरे में विद्युत मंत्री प्रशांत फूकन, पीडब्ल्यूडी के विशेष आयुक्त चंदन सरमा, आयुक्त खनिन्द्र चौधरी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
डॉ. सरमा ने रकसिनी, ग्वालपाड़ा में प्रस्तावित एनर्जी पार्क के स्थल का भी निरीक्षण किया और विभिन्न पहलुओं की समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. केके द्विवेदी, विशेष मुख्य सचिव (वन) एमके यादव सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
