
• 31 मई तक राज्यभर में आयोजित होगा जल संचय का यह महाअभियान
• राज्य सरकार के लगभग 6 विभागों द्वारा मौजूदा तालाब गहरे करने, चेकडैम डीसिल्टिंग, नहरों एवं नालों की मरम्मत-साफ-सफाई-रखरखाव, रेन वॉटर हार्वेस्टिंग जैसे कार्य होंगे
मेहसाणा, 04 अप्रैल (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ‘कैच द रेन-सुजलाम सुफलाम जल अभियान 2.0’ का शुक्रवार को मेहसाणा जिले के दवाडा से राज्यव्यापी प्रारंभ कराया। यह अभियान 4 अप्रैल से 31 मई तक, 2025 तक राज्यभर में आयोजित होने वाला है।
‘कैच द रेन-सुजलाम सुफलाम जल अभियान 2.0’ अंतर्गत जल संग्रह की व्यवस्थाएं सुदृढ़ कर भूमिगत जल स्तर ऊंचा लाने के कार्यों में गति लाई जाएगी। इस उद्देस्य से राज्य सरकार के जल संसाधन विभाग, जलापूर्ति विभाग, सरदार सरोवर नर्मदा निगम लिमिटेड (एसएसएनएल), ग्रामीण विकास विभाग, वन एवं पर्यावरण विभाग, शहरी विकास विभाग सभी जिलों में लोक भागीदारी से जल संचय के कार्य शुरू करेंगे।
ऐसे कार्यों में मौजूदा तालाबों को गहरा करने, मौजूदा चेकडैमों की डीसिल्टिंग, मौजूदा जलाशयों-नदियों की डीसिल्टिंग, मौजूदा क्षतिग्रस्त चेकडैमों की मरम्मत, नहरों-नालों की मरम्मत-रखरखाव-साफ-सफाई, रेन वॉटर हार्वेस्टिंग, खेत तालाब, मिट्टी बांध, टैरेस-वन तालाब, पेयजल स्रोत-टंकी-संप-इंटेक स्ट्रक्चर तथा आसपास की सफाई, तालाबों के वेस्ट वियर की मरम्मत, नदियों की धारा में बाधक बबूल, झाड़ियाँ दूर करने आदि कार्यों का समावेश किया गया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने मेहसाणा जिले के दवाडा गाँव में नारियल फोड़कर जेसीबी से खुदाई कार्य कर इस ‘कैच द रेन – सुजलाम सुफलाम जल अभियान 2.0’ के राज्यव्यापी अभियान की शुरुआत कराई।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस अवसर पर सभी से वर्षा जल की बूंद-बूंद का संचय व संग्रह करने के साथ पर्यावरण संरक्षण के लिए ग्लोबल वॉर्मिंग की चुनौतियों से निपटने एवं ग्रीन कवर बढ़ाने के लिए ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान और स्वच्छ भारत अभियान में सक्रिय सहयोग देने का अनुरोध किया। पटेल ने विश्वास व्यक्त किया कि ‘कैच द रेन-सुजलाम सुफलाम जल अभियान 2.0’ के जरिये तालाब, चेकडैम गहरे करने में तथा नदियों की साफ-सफाई से अधिकाधिक जल का संग्रह कर भविष्य की जल सुरक्षा सुनिश्चित करने में प्रधानमंत्री का ‘कैच द रेन’ दृष्टिकोण उपकारी सिद्ध होगा। राज्य सरकार द्वारा इस महत्वपूर्ण अभियान अंतर्गत वर्ष 2018 से 2024 यानी सात वर्षों के दौरान जो 1,07,608 कार्य शुरू किए गए हैं, उनमें तालाबों को गहरा करने के तथा नए तालाबों के 36,979, चेकडैम डीसिल्टिंग के 24,086 तथा 66,213 किलोमीटर लंबाई के नहरों-नालों की साफ-सफाई के कार्य हुए हैं। इन सभी कार्यों के परिणामस्वरूप राज्य की जल संग्रहण क्षमता में लगभग 1,19,144 लाख घन फीट वृद्धि हुई है और 199.60 लाख मानव दिवस रोजगार सृजन हुआ है। सुजलाम सुफलाम जल अभियान की सफलता ने राष्ट्रीय स्तर पर भी ध्यान खींचा है और इस अभियान को वर्ष 2020 मे प्लेटिनम तथा 2021 में गोल्ड कैटेगरी में स्कोच अवॉर्ड भी प्राप्त हुआ है।
इस अवसर पर जल संसाधन एवं जलापूर्ति मंत्री कुँवरजीभाई बावळिया, सांसद हरीभाई पटेल, मेहसाणा जिले के विधायकगण, जिला पंचायत अध्यक्ष तृषाबेन पटेल, नर्मदा, जल संसाधन विभाग के सचिव पी. सी. व्यास तथा जल संसाधन एवं जिला प्रशासन के अधिकारी, पदाधिकारी और ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय
